उत्तर प्रदेश में राज्यसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है। समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल से जयंत चौधरी राज्यसभा के संयुक्त प्रत्याशी होंगे। सपा और रालोद में इसको लेकर सहमति बन गई है।
पूर्व कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल को समर्थन देने के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव राष्ट्रिय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी को राज्य सभा भेजेंगे। बता दें कि यूपी से राज्यसभा की 11 सीटों के लिए चुनाव होने हैं। मौजूदा संख्या बल के आधार पर समाजवादी पार्टी तीन सदस्यों को राज्य सभा भेज सकती है। कपिल सिब्बल और जावेद अली अपना नामांकन कर चुके हैं। तीसरे प्रत्याशी के तौर पर अब जयंत चौधरी नामांकन करेंगे। इससे पहले यह कयास लगाया जा रहा था कि डिंपल यादव राज्य सभा जा सकती है।
सभी कयासों पर विराम लगाते हुए अखिलेश यादव ने जयंत चौधरी से किए वादे को निभाया और सपा-रालोद के संयुक्त प्रत्याशी के तौर पर उन्हें नामित किया है। विधानसभा चुनाव में सपा और रालोद के बीच गठबंधन हुआ था। उस दौरान यह भी तय हुआ था कि रालोद को राज्यसभा की एक सीट दी जाएगी। अखिलेश यादव अपने उसी वादे को पूरा किया है और गठबंधन को आगे बढ़ाया है।
इस बीच सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि डिंपल यादव आजमगढ़ सीट से लोकसभा उपचुनाव लड़ सकती है। आजमगढ़ और रामपुर सीट पर 23 जून को उपचुनाव होना है। अखिलेश यादव ने करहल से विधायक बनने के बाद लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। अब सीट से समाजवादी पार्टी डिंपल यादव को उम्मीदवार बना सकती है।
राष्ट्रीय लोक दल के अध्यक्ष जयंत चौधरी राज्यसभा के द्विवार्षिक चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी द्वारा समर्थित तीसरे उम्मीदवार होंगे। पार्टी पहले ही निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे पूर्व कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल को समर्थन देने की घोषणा कर चुकी है। एक अन्य सपा प्रत्याशी जावेद अली हैं। समाजवादी पार्टी ने जयंत चौधरी को समर्थन का ऐलान कर लोकसभा चुनाव के लिए सपा-रालोद गठबंधन को मजबूत करने का पहला कदम उठाया है। जयंत के शुक्रवार को नामांकन पत्र दाखिल करने की उम्मीद है।
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