फ्रांस में इमैनुएल मैक्रों (Emmanuel Macron) की अगुवाई वाली सरकार की एक महिला मंत्री ने प्लेबॉय (Playboy) मैगजीन के कवर के लिए पोज दिया, जिससे विवाद खड़ा हो गया है। हालांकि, उन्होंने अपने फैसले का बचाव किया है। उनके फैसले ने सरकार के कुछ सहयोगियों को नाराज कर दिया है, वो भी ऐसे समय में जबकि सरकार को देश में सेवानिवृत्ति की आयु दो साल बढ़ाने की अपनी योजना के खिलाफ हड़ताल और हिंसक प्रदर्शनों से जूझना पड़ रहा है. सवाल उठाए जा रहे हैं कि प्लेबॉय के लिए पोज देना क्या नारीवाद का उदाहरण हो सकता है?
पहले भी विवादों में रही हैं मार्लीन शियाप्पा
मार्लीन शियाप्पा, एक 40 वर्षीय नारीवादी लेखिका पहले भी विवादों में रही हैं। उन्होंने दक्षिणपंथियों को कई बार नाराज किया है। यहां तक कि प्रधानमंत्री और वामपंथी आलोचकों का मानना है कि उन्होंने प्लेबॉय के फ्रंट कवर के लिए पोज देकर गलती की है।
‘फ्रांस में महिलाएं स्वतंत्र हैं’
‘प्लेब्वॉय’ के लिए न सिर्फ पोज़ किया, बल्कि महिलाओं तथा समलैंगिकों के अधिकारों के साथ-साथ गर्भपात पर भी बात करते हुए 12-पेज का इंटरव्यू दिया. शनिवार को माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट पर मार्लीन शियापा ने लिखा, “महिलाएं हर जगह, हर वक्त अपने शरीर के साथ क्या करना चाहती हैं, इस अधिकार की रक्षा के लिए मौजूद हूं… फ्रांस में महिलाएं स्वतंत्र हैं… दकियानूस और पाखंडियों को बुरा लगे या भला…”
‘सॉफ्ट पोर्न मैगजीन नहीं है प्लेबॉय’
संपादक जीन क्रिस्टोफ फ्लोरेंटिन ने बताया कि प्लेबॉय कोई सॉफ्ट पोर्न मैगज़ीन नहीं है, बल्कि 300 पन्नों का एक त्रैमासिक ‘मूक’ (एक किताब और एक पत्रिका का मिश्रण) है, जो बौद्धिक और चलन में है। उन्होंने कहा कि अभी भी कुछ बिना कपड़ों की महिलाओं की फोटो हैं, लेकिन वे अधिकांश पृष्ठ में नहीं हैं।”
राजनीति में आने से पहले लेखिका थीं Marlene Schiappa
फ्रेंच टीवी टॉक शो में नियमित रूप से आने वाली शियाप्पा ने 2018 में समानता मंत्री के रूप में कार्य करते हुए कैटकॉलिंग और सड़क पर उत्पीड़न को गैरकानूनी करार दिया। राजनीति में आने से पहले वह दो बच्चों की मां, एक लेखिका और ब्लॉगर थीं, जो मातृत्व, महिलाओं के स्वास्थ्य और गर्भावस्था की चुनौतियों के बारे में लिखती थीं।
यह भी पढ़ें : Lucknow : फेसबुक लाइव पर कहा कई लोगों के दबाव में हूं… और फिर लगा दी गोमती में छलांग
256 total views, 3 views today