Jagdish Gandhi: लखनऊ के बड़े निजी स्कूल सीएमएस के संस्थापक जगदीश गांधी की हालाद बेहद नाजूक बनी है। बता दे कि 28 दिसंबर से उनका इलाज लखनऊ के मेंदाता में चल रहा है। उन्हें वेंटीलेटर सपोर्ट पर रखा गया है। मिली जानकारी के अनुसार, उनकी तबीयत अभी भी बेहद नाजुक बनी हुई है। डॉक्टरों के अनुसार, उनका ब्रेन रिस्पांस नहीं कर रहा है, पर लाइफ सपोर्ट सिस्टम से निगरानी की जा रही है।
जारी बुलेटिन के अनुसार, मेदांता अस्पताल में डॉ. जगदीश गांधी के स्वास्थ्य की देखभाल क्रिटिकल केयर टीम की निगरानी में हैं। मेंदाता अस्पताल ने रविवार को उनका स्वास्थ संबंधी बुलेटिन जारी किया है। सोशल मीडिया पर उनकी स्वास्थ्य के बारे में चल रही सभी अफवाहें झूठी हैं।
मेदांता अस्पताल के निदेशक डॉ. राकेश कपूर ने बताया कि दिल का दौरा पड़ने पर जगदीश गांधी को 28 दिसंबर को भर्ती किया गया था। इलाज के बाद भी उनकी हालत नाजुक बनी हुई। उनकी स्थिति को देखते हुये वेंटीलेटर सपोर्ट पर रखा गया है।
दरअसल, डॉ. जगदीश एक प्रख्यात शिक्षाविद् की पहचान रखते हैं। लखनऊ में सिटी मॉटेसरी स्कूल की स्थापना के बाद उन्होंने प्राइवेट एजुकेशन को तेजी से बढ़ावा दिया और लखनऊ से ही पूर विश्व में अपना नाम कमाया। आज निजी स्कूलों की बात करें तो सीएमएस को विश्व में तीसरा स्थान प्राप्त है।
डॉ जगदीश गांधी ने कभी अपने ब्रांच को लखनऊ के अलावा कहीं नहीं स्थापित किया। वह अपने मंच से हमेशा कहते रहे हैं कि हम बेहतर शिक्षा की बात करते हैं। हमारा प्रयास है कि हम ऐसी पीढ़ी तैयार करें जो पूरे विश्व में भारत का नाम रोशन करे। इसके आलवा जगदीश गांधी की उपलब्धि ये भी रही है कि 55 देशों के जज उनके यहां चर्चा के लिए हर साल आते हैं। इसके अलावा भी विदेशी बच्चों के साथ भारतीय बच्चों के आपसी संवाद का एक मंच भी डॉ गांधी ने दिया है। डॉ गांधी का स्वयं का प्रयास रहा है, जिससे भारतीय बच्चों को विदेश में भी स्कॉलरशिप मिल सकी है।
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