Jagdish Gandhi Passed Away: स्कूली शिक्षा में रिकॉर्ड बनाने वाले जगदीश गांधी ने रविवार को राजधानी लखनऊ में निधन हो गया। वो लंबे समय से बीमार थे। 28 दिसंबर से उनका लखनऊ के मेदांता अस्पताल में इलाज चल रहा था। उनका पार्थिव शरीर आज मंगलवार को आखिरी दर्शन के लिए सीएमएस गोमतीनगर एक्सटेंशन परिसर के ऑडिटोरियम हॉल रखा गया है।
अलीगढ़ के बरसौली गांव में हुआ था जन्म
दरअसल, डा. गांधी का जन्म 10 नवंबर 1936 को अलीगढ़ के बरसौली गांव में हुआ था। डा. जगदीश बचपन से ही महात्मा गांधी और राजा महेंद्र प्रताप से प्रभावित रहे। वह संत विनोबा भावे के संपर्क में आने के बाद उनके जय जगत के नारे को अपने स्कूल का ध्येय वाक्य बना दिया। मथुरा से 12वीं की पढ़ाई करने के बाद डा. गांधी ने लखनऊ विश्वविद्यालय से बीकॉम किए।
निधन की जानकारी परिवार ने दी
परिवार की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि 25 दिनों के संघर्ष के बाद आज 22 जनवरी की सुबह 87 वर्ष की आयु में हमारे प्रिय डॉ. जगदीश गांधी का निधन हो गया। गांधी परिवार ने कहा है कि जो लोग उनके अंतिम दर्शन करना चाहते हैं, उनके लिए 23 जनवरी को दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक सीएमएस गोमतीनगर एक्सटेंशन परिसर के ऑडिटोरियम हॉल में उनका पार्थिव शरीर रखा जाएगा। इसके बाद उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
सीएमएस स्कूल की शुरुआत
डॉ. जगदीश गांधी ने केवल पाँच बच्चों के साथ साल 1959 में सीएमएस स्कूल की शुरुआत की थी। पहली कक्षा से बारहवीं तक की पढ़ाई होती है। इस स्कूल के बच्चे हर साल बहुत अच्छा रिज़ल्ट देते हैं। 1999 से दुनिया सबसे बड़े स्कूल का गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड सीएमएस के नाम पर ही है। साल 2014 में उन्हें उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा किसी नागरिक को दिए जाने वाले सर्वोच्च अवॉर्ड यश भारती पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था।
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