Lucknow News: लखनऊ पुलिस ने एक ऐसे गिरोह को पकड़ने का दावा किया है जो अलग-अलग इलाकों में पर्स और मोबाइल लूट की घटना को अंजाम देते थे। आशिक मिजाज शिवम अपनी गर्लफ्रैंड के साथ लखनऊ में ज़िंदगी काटने के लिए अपने दोस्त हिमांशु के साथ लूट कर लखनऊ पुलिस को खुली चुनौती दे रहा था। दरअसल, गोमतीनगर पुलिस के हत्थे के चढ़े ये दोनों लोग जिगरी दोस्त है। फिल्मों में जो जोड़ी जय और वीरू की कही जाती है वही जोड़ी लखनऊ पुलिस इनके बारे में बार बार कह रही है।
पुलिस का दावा है कि खाकी के घेरे में खड़े ये शख्श गाज़ीपुर ज़िले के मूल निवासी शिवम राय और हिमांशु यादव है जो लखनऊ के गोमतीनगर इलाके में पर्स और मोबाइल लूट की कई वारदात कर पुलिस को खुला चैलेंज दे रहे थे लेकिन आखिरकार पुलिस ने इनको पकड़ कर लुटे हुए कई मोबाइल और पर्स बरामद कर लिए। कहानी बड़ी दिलचस्प है। डीसीपी पूर्वी आशीष श्रीवास्तव का कहना है कि शिवम राय और हिमांशु के साथ एक शख्श और है जिसकी वजह से लूट की कई वारदाते इन्होंने चुटकी में कर डाली और वजह है बेपनाह लड़की से इश्क।
जी हां, दरअसल गाज़ीपुर ज़िले की ही रहने वाली ये लड़की ख़ुशी खातून है जो कि शिवम राय की गर्लफ्रैंड है जो कुछ ही समय से उसके साथ गाजीपुर से भागकर लखनऊ आयी थी जिसकी FIR भी ख़ुशी खातून के घर वालों ने गाज़ीपुर ज़िले में लिखवाई थी। इसी ख़ुशी खातून की वजह से जय-वीरू की जोड़ी यानी शिवम-हिमांशु जोड़ी बनाकर लखनऊ के गोमतीनगर इलाके में लूटने का काम शुरू कर दिया ताकि महंगे शौख और ज़िंदगी काटने के लिए उसके पास पैसो की कमी न हो। बेपनाह इश्क इन तीनो को इतनी जल्दी सलाखों के पीछे पंहुचा देगा ये इनको पता भी नहीं था। गोमतीनगर पुलिस ने लूट में शामिल शिवम राय, हिमांशु यादव और ख़ुशी खातून को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के मुताबिक, ये तीनों लोग गोमतीनगर के विनय खंड 1 स्तिथ किराए के मकान में रहते थे और मकान मालिक को इस बात की भनक नहीं थी की जिन तीनो शख्श को उन्होंने पनाह दी है वो आखिरकार लखनऊ के मशहूर लूटेरे है। डीसीपी आशीष श्रीवास्तव ने भी इनके जुर्म की दास्तां को बयां किया है।
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