Mahavir Jayanti 2024: आज पूरे देश में महावीर जयंती मनाई जा रही हैं। इस अवसर पर मंदिरों में भगवान महावीर की विशेष पूजा-अभिषेक किया जाता है। महावीर जयंती जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी के जन्मदिवस के रूप में मनाई जाती है। बता दे, इस बार इस शुभ पल का इंतजार जैन समुदाय के लोग बेसब्री के साथ करते हैं। यह दिन जैन धर्म के 24 वें तीर्थंकर महावीर की शिक्षाओं को लोगों तक पहुंचाने के लिए मनाया जाता है।
कैसे मनाई जाती है महावीर जयंती ?
- यह पवित्र दिन त्याग का प्रतीक है।
- महावीर जयंती पर महावीर की प्रतिमा के साथ एक जुलूस निकाला जाता है।
- इस दौरान लोग धार्मिक गीत गाते हैं।
- इस दिन जैन समुदाय के लोग दान करके, प्रार्थना करके और उपवास रखकर मनाते हैं।
- इस दौरान सिर्फ सात्विक भोजन ही खाया जा सकता है, जिसमें प्याज व लहसुन का भी त्याग किया जाता है।
- इसके अलावा सात्विक आहार में दो जड़ वाली सब्जियों का उपयोग तक वर्जित है।
- इस शुभ अवसर पर जैन मंदिरों को झंडों से सजाया जाता है और गरीबों व जरूरतमंदों की मदद के साथ उन्हें प्रसाद दिया जाता है।
- इस तिथि पर जानवरों को मारने से बचाने के लिए भी दान किया जाता है।
- इस दिन ज्यादा से ज्यादा धार्मिक कार्य किए जाते हैं।
कौन थे भगवान महावीर?
बता दे, भगवान महावीर अंतिम जैन तीर्थंकर माने जाते हैं। उनका जन्म लगभग 599 ईसा पूर्व वैशाली के प्राचीन साम्राज्य में हुआ था, जो अब बिहार का एक हिस्सा है। स्वामी महावीर का जन्म नाम वर्धमान था, और वह एक शाही परिवार में पैदा हुए थे, उनके माता-पिता राजा सिद्धार्थ और रानी त्रिशला थी। भगवान महावीर ने जैन धर्म के मूल सिद्धांतों के रूप में अहिंसा, सत्य, चोरी न करना, ब्रह्मचर्य और अपरिग्रह के सिद्धांतों का प्रचार किया।
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