Google : अमेरिका में महिला कर्मियों को समान काम के लिए पुरुषों से कम वेतन देने के एक मामले में गूगल को करीब 920 करोड़ का मुआवजा चुकाना होगा। यह मुआवजा करीब 15,500 महिला कर्मियों को मिलेगा। वे गूगल के कैलिफोर्निया कार्यालय में सितंबर 2013 से 236 प्रकार के पदों पर तैनात थीं। इस लिहाज से गूगल को हर महिला कर्मी को औसतन 5.93 लाख रुपये देने होंगे।
साथ ही गूगल ने तीन साल तक बाहरी विश्लेषकों से अपनी कर्मचारी वेतन नीति के स्वतंत्र मूल्यांकन की भी सहमति दी है। गूगल पर तीन पूर्व महिला कर्मचारियों ने यह मुकदमा 2017 में किया था, बाद में और वादकारी इसमें शामिल हुए।
2017 में चार महिला कर्मचारियों ने दर्ज कराई थी शिकायत –
Google : दरअसल, कम्पनी पर साल 2017 में चार महिलाओं ने केस रजिस्टर्ड कराया था, जिसके मुताबिक, उन्हें पुरुषों की तुलना में कम सैलरी दी जा रही थी, जो कैलिफॉर्निया इक्वल पे एक्ट का उल्लंघन था। यही नहीं गूगल के खिलाफ शिकायत में कहा गया था कि महिलाओं को कम सैलरी पैकेज में रखा जाता है, जिसकी वजह से महिलाओं को पुरुषों की तुलना में कम सैलरी और बोनस मिलता है।
यह भी पढ़ें : Brahmastra : अंधेरे की रानी मौनी ने ‘ब्रह्मास्त्र’ लेने की है ठानी, मौनी राय का खूंखार लुक
इन चार महिलाओं में गूगल की पूर्व कर्मचारी केली एलिस, होली पीज़, केली विसुरी और हेइडी लैमर शामिल हैं। क्लास एक्शन स्टेटस यानी सामूहिक कार्रवाई मिलने के बाद 2013 से गूगल में काम कर रही 15,500 महिला कर्मचरी इस मुकदमे का हिस्सा बन चुकी हैं। पहले गूगल ने इन तमाम आरोपों को खारिज कर दिया था, मगर अब इस मामले में वह 118 मिलियन डॉलर देने के लिए राजी हो गया है।
यह भी पढ़ें : Agnipath Scheme क्या है? रक्षामंत्री ने किया ऐलान! 4 साल के लिए सेना में होगी ‘अग्निवीरों’ की भर्ती
Google : इस पूरे मामले की सुनवाई कर रहे जज ने कहा कि महिलाओं को उनकी देय राशि को 21 जून तक पूरा किया जाए। यह केस पिछले 5 साल से चल रहा है। यह पहली बार नहीं है जब गूगल के खिलाफ इस तरह का केस दर्ज हुआ है। इससे पहले कंपनी पर एक महिला इंजीनियर ने कम सैलरी देने का केस दर्ज कराया था। जिस वजह से तब गूगल को 2.5 मिलियन डॉलर का समझौता करना पड़ा था।
यह भी पढ़ें : History of June 14 : सुशांत सिंह राजपूत के मौत की गुत्थी अभी तक नहीं सुलझी, जानिए आज का इतिहास
598 total views, 1 views today