President Election 2022 : कई दिनों से विपक्ष के लिए राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में कई नामों की अटकलें लग रहीं थीं। लेकिन सभी ने इसे खारिज कर दिया। अंतत: विपक्ष की ओर से इस बार राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के तौर पर यशवंत सिन्हा के नाम पर मुहर लग गई।
कांग्रेस के नेता जयराम रमेश ने विपक्षी नेताओं की बैठक के बाद इसका एलान किया। उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टियों ने चर्चा के बाद यशवंत सिन्हा को उम्मीदवार बनाने का फैसला किया है। बैठक में शामिल राकांपा नेता शरद पवार ने कहा कि विपक्ष 27 जून सुबह 11.30 बजे नामांकन दायर करेगा।
13 विपक्षी दलों ने यशवंत सिन्हा के नाम पर जतायी सहमति –
आपको बता दें कि कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और समाजवादी पार्टी सहित 13 विपक्षी दलों ने मंगलवार को बैठक के बाद राष्ट्रपति पद के चुनाव में विपक्ष के उम्मीदवार के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा के नाम पर सहमति जतायी है।
President Election 2022 : रमेश ने विपक्ष के इस चुनाव की वजहें बताते हुए कहा कि यशवंत सिन्हा एक विशेष रूप से योग्य प्रत्याशी होंगे। वे भारत के धर्मनिरपेक्षता और लोकतांत्रिक ताने-बाने को मानने वाले व्यक्ति हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि हमें दुख है कि मोदी सरकार अब तक राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार पर एकराय बनाने के लिए गंभीर नहीं हो सकी है। गौरतलब है कि सिन्हा का नाम पवार, गोपालकृष्ण गांधी और फारूक अब्दुल्ला के राष्ट्रपति पद के चुनाव की दौड़ से बाहर होने के बाद सामने आया।
वहीं BJP ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयप्रकाश नड्डा को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार तय करने के लिए विपक्षी दलों समेत देश के तमाम सियासी दलों के नेताओं से बात करने की जिम्मेदारी सौंपी है। वहीं नायडू के साथ इन तीनों नेताओँ की मुलाकात इसलिए महत्वपूर्ण हो जाती है, क्योंकि आज ही भाजपा संसदीय बोर्ड की मीटिंग भी है। इस मीटिंग में NDA के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के नाम पर विचार-विमर्श किया जाना है। इस मीटिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हो सकते हैं।
विपक्षी पार्टियों की बैठक में कांग्रेस, राकांपा, तृणमूल, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), समाजवादी पार्टी, नेशनल कॉन्फ्रेंस, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम), राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और असम यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) के प्रतिनिधि शामिल हुए। बैठक में शामिल होने वालों में कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे और जयराम रमेश, तृणमूल कांग्रेस के अभिषेक बनर्जी, द्रमुक के तिरुचि शिवा, माकपा के सीताराम येचुरी और भाकपा के डी राजा शामिल थे।
President Election 2022 : पांच क्षेत्रीय दल – तेलगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस), बीजु जनता दल (बीजेडी), आम आदमी पार्टी (आप), शिरोमण अकाली दल (शिअद) और युवाजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) इस बैठक से दूर रहे। इन पार्टियों को किसी भी धड़े में नहीं माना जाता। ये पार्टियां पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा बुलाई गई 15 जून की बैठक से भी दूर रही थीं।
तृणमूल कांग्रेस के नेता यशवंत सिन्हा ने मंगलवार को पार्टी छोड़ने का एलान करते हुए कहा कि अब वह वृहद विपक्षी एकता के व्यापक राष्ट्रीय उद्देश्य के लिए काम करेंगे। सिन्हा ने ट्वीट किया, ममता जी ने जो सम्मान मुझे तृणमूल कांग्रेस में दिया, मैं उसके लिए उनका आभारी हूं। अब समय आ गया है जब वृहद विपक्षी एकता के व्यापक राष्ट्रीय उद्देश्य के लिए मुझे पार्टी से अलग होना होगा। मुझे यकीन है कि वह (ममता) इसकी इजाजत देंगी।
आपको बता दें, देश के अगले राष्ट्रपति के चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और नामांकन की आखिरी तारीख 29 जून है। 18 जुलाई को राष्ट्रपति पद के लिए मतदान होना है और नतीजों की घोषणा 21 जुलाई को की जाएगी।
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