Maharashtra : महाराष्ट्र राज्य की सियासी लड़ाई अब तेरे-मेरे बाप पर आ गई है। संजय राउत लगातार भड़काऊं और विवादित बयान देते रहे हैं। बागी विधायकों पर आरोप लगाते हुए संजय राउत ने कहा कि आपके दस बाप हैं। आपके बाप तो नागपुर और दिल्ली में हैं।
बालासाहेब के नाम का इस्तेमाल न करें बागी… अपने बाप के नाम का इस्तेमाल करें। शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने शनिवार को एक प्रस्ताव पारित किया कि कोई अन्य राजनीतिक संगठन उसके या उसके संस्थापक दिवंगत बाल ठाकरे के नाम का इस्तेमाल नहीं कर सकता है।
लाखों शिवसैनिक हमारे एक इशारे का कर रहे इंतजार –
Maharashtra : वहीं, असंतुष्ट विधायक एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में बागी विधायकों के एक समूह ने कहा कि उसने खुद का नाम शिवसेना (बालासाहेब) रखा है। आपको बता दें कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में प्रस्ताव पारित कर इसे चुनाव आयोग (ईसी) को भेज दिया गया है।
शिवसेना नेता संजय राउत ने आज कहा, ”लोग उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना पर भरोसा रखेंगे। कल उद्धव जी ने कहा कि जो लोग बाहर गए हैं वो शिवसेना नाम का इस्तेमाल ना करें और अपने बाप के नाम का इस्तेमाल करें और वोट मांगें।” आगे राउत ने कहा, ”उन्हें जो करना है करने दो, मुंबई में तो आना पड़ेगा ना। वहां बैठकर हमें क्या सलाह दे रहे हैं? हज़ारों-लाखों शिवसैनिक हमारे एक इशारे का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन हमने अभी भी संयम रखा है।”
Maharashtra : राउत ने ट्वीट कर लिखा कि कब तक छिपोगे गुवाहाटी में, आना ही पड़ेगा चौपाटी में। दरअसल विधानसभा डिप्टी स्पीकर की ओर से 16 विधायकों को नोटिस जारी किया है। इस पर डिप्टी स्पीकर ने 27 जून तक जवाब मांगा है।
‘उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में जो शिवसेना है उस पर भरोसा है। कितने दिन वहां बैठेंगे मुंबई में तो आना ही पड़ेगा हमने संयम रखा है। आप पार्टी छोड़कर गए हैं तो अपने बाप के नाम पर वोट मांगो हमारा तो एक ही बाप है, आपकी तो 100 बात है। आप 10 बार बाप बदल रहे हैं। राउत ने कहा कि यह बात बदलने का जो तरीका है वह हमारे पार्टी में नहीं चलेगा।’
Maharashtra : राउत ने कहा कि बाहर बैठ के आप हमको हिंदुत्व मत सिखाइए। 2019 में शिवसैनिक को भाजपा ने मुख्यमंत्री नहीं बनाया था। क्या एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाएंगे अगर बनाएंगे तो बताइए मैं उनका एयरपोर्ट जाकर स्वागत करुंगा।
यह भी पढ़ें : History of June 26 : पहले टूथब्रश के आविष्कार की क्या है कहानी? जानें आज का इतिहास
394 total views, 1 views today