Burkini : हमेशा से ही महिलाओं के पहनावे को लेकर तमाम बंदिशें रहीं हैं। पहले तो यह बंदिश परदे के नाम पर होती थीं, लेकिन अब यह राजनीतिक कारणों की वजह से होती हैं। अब बुर्किनी नामक कपड़े को लेकर बवाल मचा हुआ है।
करीब एक महीने पहले फ्रांस के शहर ग्रेनोबल ने स्विमिंग पूल में मुस्लिम महिलाओं को बुर्किनी पहनने की इजाजत दे दी थी। इस फैसले पर वहां खूब हंगामा हुआ, मामला पहले लोअर कोर्ट और फिर सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा। 21 जून के फैसले में अदालत ने ग्रेनोबल शहर के फैसले को रद्द करते हुए बुर्किनी पर बैन को बरकरार रखा है। इसके बाद बुर्किनी को लेकर एक नई बहस छिड़ गई है।
कुछ साल पहले फ्रांस के कोर्सिका में बवाल होने के बाद महापौर ने मुस्लिम महिलाओं के बुर्किनी पहनने पर बैन लगा दिया था। दरअसल एक मुस्लिम महिला समुद्र में बुर्किनी पहनकर नहा रही थी। तभी वहां मौजूद कुछ लोग उसकी तस्वीरें लेने लगे। वहीं कुछ लोगों ने इसका विरोध किया और झड़प हो गई। ये झड़प हिंसा में बदल गई और इसमें करीब 40 लोग घायल हो गए।
आखिर ये बुर्किनी चीज क्या है?
Burkini : ‘बुर्किनी’ एक तरह का स्विम सूट है। इससे शरीर पूरी तरह से ढक जाता है। ये खासतौर से उन मुस्लिम महिलाओं के लिए बनाया गया था जो समुद्र में बिकिनी जैसे कपड़े नहीं पहन पाती हैं। बुर्का और बिकिनी को मिलाकर इस कॉस्ट्यूम का नाम बुर्किनी रखा गया।
ये ड्रेस काफी हद तक बुर्के से मिलती-जुलती है, लेकिन बुर्के के उलट इसमें चेहरा खुला रहता है। बुर्किनी का इस्तेमाल मुस्लिम महिलाएं काफी हद तक इस्लाम के नियमों के दायरे में रहकर स्विमिंग पूल में नहाने के लिए करती हैं।
बुर्किनी के अस्तित्व में आने की कहानी भी बेहद रोचक है। सबसे पहले साल 2004 में लेबनान मूल की एक ऑस्ट्रेलियाई मुस्लिम फैशन डिजाइनर अहेदा जेनेटी ने बुर्किनी डिजाइन की थी। अहेदा जानती थीं कि मुस्लिम महिलाओं को बुर्के में स्विमिंग करने में परेशानी होती है। इसलिए अहेदा ने बुर्का और बिकिनी को मिलाकर बुर्किनी डिजाइन की। ये हमेशा से नेताओं के लिए राजनीतिक मुद्दा बनी रही है।
2016 से ही फ्रांस ने बुर्किनी पर लगाई है बैन –
Burkini : फ्रांस ने अपनी धर्मनिरपेक्षता का हवाला देते हुए धार्मिक प्रतीकों के सार्वजनिक इस्तेमाल पर रोक लगा रखी है। फ्रांस में पगड़ी, हिजाब, सिर की टोपी और क्रूसीफिक्स या क्रॉस के निशान जैसे धार्मिक प्रतीकों के स्कूलों और ऑफिसों समेत सार्वजनिक जगहों पर इस्तेमाल पर रोक है।
फ्रांस ने स्कूलों में 2004 में हिजाब पहनने पर रोक लगा दी थी। 2011 में फ्रांस ने बुर्का और नकाब पर बैन लगाया।
अगस्त 2016 में सबसे पहले फ्रांस के कान्स शहर ने सार्वजनिक स्विमिंग पूल में बुर्किनी के इस्तेमाल पर रोक लगाई थी। इसके कुछ दिनों बाद फ्रांसीसी शहर नीस में समुद्र किनारे एक मुस्लिम महिला से पुलिस द्वारा जबरन बुर्किनी उतरवाने को लेकर खूब बवाल मचा था।
Burkini : कुल मिलाकर करीब 30 फ्रांसीसी शहर स्विमिंग पूल में बुर्किनी के इस्तेमाल पर बैन लगा चुके हैं।
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आखिर फ्रांस में क्यों बैन है बुर्किनी?
1. ये स्विमिंग पूल के कपड़ों को लेकर बनाए नियमों का उल्लंघन है
2. ये उसकी धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत का उल्लंघन है।
फ्रांस सरकार ने स्विमिंग पूल में किस तरह के स्विमसूट पहने जा सकते हैं, इसे लेकर एक सख्त नियम बनाया है। फ्रेंच अथॉरिटी का दावा है कि सार्वजनिक स्विमिंग पूल में कपड़ों को लेकर सख्त नियम स्वास्थ्य कारणों से बनाए गए हैं।
इस नियम के तहत वहां स्विमिंग कैप पहनना कंपलसरी है। पुरुषों को बैगी स्विम ट्रंक (हाफ पैंट), बैगी स्विमसूट, वेटसूट्स या सन प्रोटेक्शन सूट्स पहनने की अनुमति नहीं है।
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