प्रयागराज: पिछले ढाई साल से सीतापुर जेल में बंद समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता मोहम्मद आज़म खान को लेकर पोस्टर जारी करने वाले कांग्रेस नेता इरशाद उल्ला की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. कांग्रेस पार्टी ने इस पोस्टर से किनारा कर लिया है. कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष प्रदीप मिश्र अंशुमन ने कहा है कि पार्टी की ओर से इस तरह का कोई पोस्टर जारी नहीं किया गया है, बल्कि महानगर सचिव इरशाद उल्ला ने व्यक्तिगत तौर पर यह विवादित पोस्टर जारी किया है. कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष प्रदीप मिश्रा अंशुमन ने कहा है कि यह पूरी तरह से अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है. इस मामले में कांग्रेस नेता इरशाद उल्ला को कारण बताओ नोटिस जारी कर उनसे स्पष्टीकरण मांगा जाएगा. उन्होंने कहा है कि संतोषजनक जवाब न मिलने पर पार्टी से निलंबन और निष्कासन की भी कार्यवाही हो सकती है.
दरअसल कांग्रेस के महानगर सचिव इरशाद उल्ला ने एक विवादित पोस्टर जारी कर कहा है कि आजम खान का कांग्रेस पार्टी में स्वागत है. पोस्टर में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा वरिष्ठ नेता प्रमोद कृष्णम के साथ ही आजम खान की तस्वीर लगी हुई है. इसके साथ ही पोस्टर जारी करने वाले कांग्रेस नेता इरशाद उल्ला और पूर्व प्रदेश प्रवक्ता बाबा व्यवस्था की भी तस्वीर पोस्टर में लगी हुई है. पोस्टर जारी कर इरशाद उल्ला ने आरोप लगाया है कि सपा के वरिष्ठ नेता आजम खान का लगातार उत्पीड़न हो रहा है, लेकिन समाजवादी पार्टी इस मामले में मुखर नहीं है और ना ही सपा मुखिया अखिलेश यादव ने उनकी रिहाई के लिए कोई कोशिश की. कांग्रेस नेता इरशाद उल्ला ने खुद एक मुस्लिम होने के नाते मोहम्मद आजम खान को कांग्रेस पार्टी में शामिल होने का न्योता भेजा है. उन्होंने यह भी कहा कि आजम खान के जैसे बड़े कद के नेता का सम्मान सिर्फ कांग्रेस में हो सकता है. इरशाद उल्ला ने जल्द ही सीतापुर जेल जाकर आजम खान से मुलाकात करने की भी बात कही है. उन्होंने कहा है कि इस मामले को लेकर वे आजम खान के परिवार से रामपुर में भी मुलाकात करेंगे और अपनी भावनाओं से अवगत कराएंगे.
इरशाद उल्ला इससे पहले भी कई बार विवादित पोस्टर जारी कर सुर्खियां बटोर चुके हैं. महानगर अध्यक्ष प्रदीप मिश्रा अंशुमन का कहना है कि सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए ही इस तरह का पोस्टर उन्हें जारी किया है. उन्होंने कहा कि किसी दूसरे दल के नेता से मिलना जुलना यह सामान शिष्टाचार हो सकता है, लेकिन इसका यह मतलब कतई नहीं है कि किसी नेता को भी पार्टी में शामिल होने का न्योता दिया गया है. उन्होंने कहा कि अगर किसी भी नेता को पार्टी में शामिल करना है तो उसके लिए पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी या फिर प्रदेश नेतृत्व ही उस पर कोई फैसला ले सकता है, लेकिन महानगर सचिव पद पर रहते हुए इरशाद उल्ला ने जिस तरह का पोस्टर जारी किया है यह आचरण कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
फ़िलहाल कुछ दिनों पहले ही कांग्रेस नेता इरशाद उल्ला ने पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी को पार्टी में शामिल करने को लेकर एक विवादित पोस्टर जारी किया था. जिस मामले में कांग्रेस पार्टी ने कारण बताओ नोटिस जारी किया था. उसके बाद एक महीने के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया था. इस मामले में भी कांग्रेस नेता इरशाद उल्ला को लिखित तौर पर माफी मांगनी पड़ी थी, जिसके बाद पार्टी में उन्हें दोबारा वापस लिया गया था. एक बार फिर से कांग्रेस नेता इरशाद उल्ला पर कार्यवाही की तलवार लटक रही है.
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