बीजेपी ने पार्टी की हरियाणा यूनिट के आईटी सेल इंचार्ज अरुण यादव को उनके पद से हटा दिया है. वैसे तो पार्टी ने इसका कोई स्पष्ट कारण नहीं बताया है, लेकिन ये कयास लगाए जा रहे हैं कि पैगंबर मोहम्मद और इस्लाम पर साल 2017 के उनके एक विवादित ट्वीट को लेकर उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया गया है.
हरियाणा बीजेपी के प्रदेश कार्यालय सचिव गुलशन भाटिया ने एक प्रेस नोट जारी कर कहा,
‘भारतीय जनता पार्टी, हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनकड़ द्वारा प्रदेश आईटी प्रमुख अरुण यादव को तुरंत प्रभाव से पद मुक्त किया जाता है
हाल ही में फैक्ट-चेकिंग वेबसाइट ऑल्ट न्यूज के सह-संस्ठापक मोहम्मद जुबैर की चार साल पुराने ट्वीट पर गिरफ्तारी के बाद अरुण यादव को भी तत्काल गिरफ्तार करने की मांग उठने लगी थी. यूजर्स ने ट्विटर पर #ArrestArunYadav ट्रेंड चलाया और उनके साल 2017 के ट्वीट को लेकर तत्काल कार्रवाई की मांग की थी . ये हैशटैग अभी भी भारत में ट्रेंड कर रहा है और इस पर सवा लाख से अधिक ट्वीट किए जा चुके हैं.
शराब की तुलना पैगंबर मोहम्मद से कर दी
अरुण यादव ने 21 जुलाई 2017 के अपने एक पोस्ट में शराब की तुलना पैगंबर मोहम्मद से कर दी थी और लिखा था, ‘मुझे तो पेग में पैगंबर नजर आता है.’ इस पर कार्रवाई की मांग करते हुए मोहम्मद हबीब उर रहमान नाम एक यूजर ने नाराजगी जाहिर करते हुए लिखा, ‘मुसलमानों को मार्शल ट्रेनिंग देने के लिए गिरफ्तार किया जाता है. अखबार में खाना पैक करने के चलते भी मुसलमानों को गिरफ्तार किया जा रहा है. हेट स्पीच को रिपोर्ट करने पर भी मुसलमानों को गिरफ्तार किया जा रहा है. जबकि नूपुर शर्मा, नवीन जिंदल और अरुण यादव आजाद हैं. भारत की न्याय व्यवस्था!’ अरुण यादव को पद से हटाने के बाद लोग अब ये मांग कर रहे हैं कि उन्हें गिरफ्तार किया जाए. मालूम हो कि इससे पहले बीजेपी ने पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी करने के चलते प्रवक्ता रहीं नूपुर शर्मा को निलंबित कर दिया और दिल्ली में पार्टी के नेता रहे नवीन जिंदल को पार्टी से निकाल दिया था. नूपुर शर्मा की टिप्पणियों पर कई अरब देशों ने गहरी आपत्ति जताई थी और तत्काल कार्रवाई की मांग की थी.
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