Uttar Pradesh : उत्तर प्रदेश की जनता को इस समय बिजली की कटौती से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अघोषित बिजली कटौती से सबसे ज्यादा प्रदेश के किसानों को परेशानी हो रही है। किसान अपने खेतों की सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं। जिससे उनकी फसल सूख रही है। प्रदेश के बरेली जिले में तो किसानों की फसल सूखकर खराब हुई जा रही है। यहां करीब 15 से ज्यादा नहरें सूख गई हैं। ऐसे में लगभग 50 गांवों की फसल सूख रही हैं।
सूखी नहरों ने बढ़ाई परेशानी
यूपी ( Uttar Pradesh ) के बरेली जिले में करीब 15 नहरें सूख गई हैं। जिससे किसान अपनी फसलों की सिंचाई नहीं कर पा रहा है। दरअसल बरेली जिले से सटे उत्तराखंड में आई आपदा से किच्छा स्थित बैराज का गेट और किच्छा नहर का हेड रेगुलेटर बह गया है। जिससे पिछले सात महीने से नहरें सूखी पड़ी हुई हैं। जिसके चलते किसान अपनी फसलों की सही समय पर सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं।
नहर की सिंचाई के लिए करना पड़ेगा इंतजार
अधिकारियों को जब इस बात की जानकारी हुई तो वह किच्छा में टूटे बैराज का गेट बनाने के लिए दौरा किया। अधिशासी अभियंता रोहिलखंड नहर मुकेश कुमार से जब इस बारे में बात की गई तो उन्होंने बताया कि बैराज का गेट बनने के बाद ही सिंचाई की व्यवस्था हो पाएगी। अधिशासी अभियंता ने बताया कि इसके लिए सभी किसानों की सूचना दे दी गई है और गेट बनाने का टीम के साथ निरिक्षण भी कर लिया गया है। अधिकारी ने बताया कि गेट के निर्माण के लिए डीपीआर बनेगी उसके बाद पैसा आवांटन होगा तभी सिंचाई की व्यवस्था हो पाएगी।
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