केंद्र सरकार ने आज 79 साल की अभिनेत्री आशा पारेख को 2022 का दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड देने का ऐलान किया। 30 सितंबर को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू विज्ञान भवन यह पुरस्कार प्रदान करेंगी। यह जानकारी केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने दी।
उन्होंने बताया कि हिंदी सिनेमा में उनके योगदान के लिए आशा को इस अवॉर्ड से सम्मानित किया जा रहा है। फिल्म इंडस्ट्री में कलाकारों के काम को सम्मानित करने के लिए हर साल दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड्स दिया जाता है।
हिंदी सिनेमा में अतुलनीय योगदान के लिए उन्हें इस पुरस्कार से नवाजा जाएगा। आशा पारेख ने कई साल तक हिंदी सिनेमा पर राज किया और वे अपने जमाने की टॉप एक्ट्रेस में शुमार थी। उन्हें फिल्मों में कई अलग-अलग तरह के किरदार निभाए। वे कटी पतंग, तीसरी मंजिल, आया सावन झूम के, लव इन टोकियो जैसी कई सुपरहिट फिल्मों में नजर आईं।
![आशा पारेख - दौलत-शोहरत के बावजूद भी रह गयी थी अकेली, करने वाली थी सुसाइड - Ajab Jankari |](https://stat1.bollywoodhungama.in/wp-content/uploads/2017/04/SHOCKING-Asha-Parekh-suffered-from-depression-and-was-suicidal-during-the-peak-of-her-career.jpg)
2 अक्टूबर 1942 को पैदा हुईं आशा पारेख ने अपने करियर की शुरुआत बाल कलाकार के रूप में बेबी आशा पारेख नाम से की थी। प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक बिमल रॉय ने उन्हें स्टेज समारोह में नृत्य करते देखा और उन्हें दस साल की उम्र में माँ (1952) में लिया और फिर उन्हें बाप बेटी (1954) में दोहराया। इस फिल्म की विफलता ने उन्हें निराश किया और भले ही उन्होंने कुछ और बाल भूमिकाएं कीं।
आशा अभिनेत्री के साथ-साथ प्रोड्यूसर और डायरेक्टर भी रह चुकी हैं। उन्हें 1992 में पद्म श्री से सम्मानित किया गया था। उन्हें कई अवॉर्ड मिले। जैसे 1963 में अखंड सौभाग्यवती के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का गुजरात राज्य पुरस्कार। 1971 में फिल्म कटी पतंग के लिए फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार।
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