प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने तृणमूल कांग्रेस (TMC) विधायक माणिक भट्टाचार्य को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। एजेंसी ने राज्य में स्कूल सेवा आयोग भर्ती घोटाले में भट्टाचार्य की कथित भूमिका के लिए गिरफ्तार किया है। बता दें कि, कभी माणिक भट्टाचार्य पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष रहे थे।
ईडी ने उनको सोमवार को पूछताछ के लिए बुलाया था। ईडी का कहना है कि पूरी रात चली पूछताछ के दौरान उनके बयान में तालमेल नहीं होने और पूछताछ में सहयोग नहीं करने के आरोप में मंगलवार तड़के उनको गिरफ्तार कर लिया गया। ईडी के एक अधिकारी ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी।
ईडी के सूत्रों का कहना है कि माणिक ने भर्ती घोटाले से संबंधित जो दस्तावेज जांच एजेंसी को सौंपे थे उनमें कई गड़बड़ियां थीं। उस बारे में ही उनसे पूछताछ की जा रही थी।
ईडी ने पूर्व मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के महासचिव रहे पार्थ चटर्जी के मामले में जो आरोपपत्र दायर किया था उसमें भी माणिक का नाम था। उसमें आरोप लगाया गया है कि माणिक ने उम्मीदवारों से पैसे लेकर उनको नौकरियां दी थीं। पार्थ भी यह बात जानते थे. लेकिन उन्होंने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की थी।
ईडी के एक अधिकारी बताते हैं, “आरोपपत्र दायर होने के बाद ईडी की ओर से समन नहीं भेजने के बावजूद माणिक ने बीते 21 सितंबर को खुद ईडी के अधिकारियों को कई दस्तावेज सौंपे थे। उन दस्तावेजों की जांच चल रही थी।”
सीपीएम नेता और एडवोकेट विकास रंजन भट्टाचार्य कहते हैं, माणिक गिरफ्तारी से बचने की हर संभव कोशिश कर रहे थे। ईडी ने उनको गिरफ्तार कर ठीक किया है। उम्मीद है आगे और लोगों की भी गिरफ्तारियां होंगी।
अब माणिक को मंगलवार को विशेष अदालत में पेश किया जाएगा। पार्थ चटर्जी (Parth Chatarejee) के बाद, भट्टाचार्य पश्चिम बंगाल के स्कूलों में शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों की भर्ती से संबंधित कथित घोटाले में गिरफ्तार होने वाले दूसरे टीएमसी विधायक हैं।
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