RBI गर्वनर शक्तिकांत दास ने कहा कि निजी क्रिप्टोकरेंसी से वित्तीय संकट पैदा हो सकता है। उन्होंने क्रिप्टो को सट्टेबाजी का जरिया भी करार दिया है. आरबीआई गर्वनर बीते कई महीनों से क्रिप्टोकरेंसी से लगातार आगाह करते रहे हैं।
BFSI समिट को संबोधित करते हुए आरबीआई गर्वनर ने कहा कि वित्तीय स्थिरता के लिए क्रिप्टोकरेंसी बेहद खतरनाक है. उन्होंने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी का वैल्यूएशन का कोई आधार नहीं है और ये पूरी तरह अनुमान पर आधारित है। आरबीआई ने क्रिप्टोकरेंसी के खिलाफ अपनी राय को बार-बार दोहराया है।
क्रिप्टोकरेंसी की अंतर्निहित वैल्यू पर दास ने उठाए सवाल
दास ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि क्रिप्टोकरेंसी में किसी तरह की अंतर्निहित वैल्यू नहीं होती है और यह मैक्रोइकोनॉमिक एवं वित्तीय स्थिरता के लिए जोखिम पैदा करता है।
आरबीआई का लंबे समय से ये दृष्टिकोण रहा है कि प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी वित्तीय स्थिरता के लिए खतरा है और इसके इस्तेमाल को वैध बनाए जाने के खिलाफ रहा है. इस इश्यू से निपटे के लिए भारत ने हाल में अपनी क्रिप्टोकरेंसी लॉन्च की है।
आरबीआई के डिप्टी गवर्नर टी रबिशंकर ने हाल में कहा था कि सभी उपलब्ध डेटा भ्रामक है. उन्होंने कहा डिजिटल करेंसी क्या है और उनका उद्देश्य क्या है, इस विषय की स्पष्ट समझ के लिए सभी तरह के नियम बनाने का आह्वान किया था. उन्होंने क्रिप्टो को प्रभावी तौर पर रेग्युलेट करने के लिए एक ही तरह के संवाद की जरूरत पर बल दिया था।
क्रिप्टो मार्केट में है जबरदस्त उथल-पुथल
बहुत अधिक उतार-चढ़ाव के बीच एफटीएक्स जैसा प्रमुख क्रिप्टो एक्सचेंज दिवालिया हो चुका है. करीब 90 फीसदी क्रिप्टोकरेंसी का ट्रेडिंग वॉल्यूम काफी अधिक कम हो चुका है. महज दो फीसदी क्रिप्टोकॉइन को हेल्दी लिक्विडिटी सपोर्ट मिल रहा है. एक नए अध्ययन में ये बातें सामने आई हैं. हाल के दिनों में अधिकतर क्रिप्टो करेंसीज में बहुत अधिक उतार-चढ़ाव देखने को मिला है. Bitcoin गिरकर 17000 डॉलर के आसपास आ गया है. इसके अलावा Ethereum और Binance में भी लगातार टूट देखने को मिल रही है।
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