Lucknow Desk : भारत एक लोकतांत्रिक देश है ,,लोकतंत्र का मतलब है देश की जनता अपनी मत के आधार पर अपने लिए अपनी सरकार का चुनाव करती हैं ,,जो सरकार सत्त्ता में जनता के चुनने के बाद आती है वो जनता पर हुकूमत करती हैं। लेकिन देश को चलाने में जितनी पक्ष की जरूरत होती है उतना ही विपक्ष का होना भी जरुरी होता है विपक्ष का होना जरुरी इसलिए होता हैं कि सरकार के नीतियों को चैलेंज करे और सरकार की नीतियां जनता के लिये अच्छी है या नहीं इस पर बहस भी करें । यहीं नहीं विपक्ष जनता के मुद्दे को सदन में उठाने का काम करती हैं ,इसी लिए एक पुरानी कहवता भी कही जाती हैं कि तरक्की के लिए सिर्फ अच्छे दोस्त ही नहीं अच्छे दुश्मन की भी जरूरत होती हैं।
मजबूत विपक्ष आपको आपकी वो कमियाँ भी दिखता हैं , जो आपका हितेषी कभी नहीं बताता।विपक्ष की भूमिका को लेकर भाजपा के वरिष्ठ नेता तरुण विजय क्षेत्रीय अख़बार प्रभात ख़बर में प्रकाशित एक लेख में लिखते हैं, कि “विपक्ष धारदार, असरदार और ईमानदार हो तो सरकार उसके डर से कांपती है, देश का भला होता है, सरकारी नेताओं का अंहकार, उनकी निरंकुश और मनमानी नियंत्रित रहती है। लेकिन देश में आज विपक्ष के हालत दिन ब दिन ख़राब होते जा रहे हैं। देश में आज सत्ता में मौजूद पार्टी के ऊपर विपक्ष को समाप्त करने के आरोप लग रहे है। विपक्ष के ढेर सारे नेता मोदी सरकार के ऊपर जुबानी हमला करते हुए कहते रहे हैं कि बीजेपी और मोदी सरकार विपक्षी के नेतावों के ऊपर फर्जी मुकदमे लादने और विपक्ष के अस्तित्व को मिटाने का प्रयास कर रहीं हैं।
राहुल गाँधी कई बार अपने भाषण व् मीडिया सम्बोधन में बीजेपी को लोकतंत्र की हत्या करने वाली पार्टी बताते रहे है । उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी मोदी और योगी सरकार पर जुबानी हमला बोलते हुए मनमानी व् तानाशाही करने का आरोप लगाते रहें हैं ,,क्योंकि अखिलेश सरकार में रहें कई मंत्रियो के ऊपर योगी सरकार बनने के बाद मुकदमों की बाढ़ सी आगयी थी ,ऐसे ही बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव व् उनके परिवार के कई लोगों के ऊपर जेल जानें का खतरा मंडरा रहा हैं। बिहार में nda के समर्थन से बनी नितीश कुमार की सरकार बनने के बाद से ही लालू यादव कई बार जेल जा चुके है और एक बार फिर जमीन के बदले नौकरी के मामलें में जेल जाने की स्थिति में हैं।
इसी बीच झारखंड में खूब सियासी डारमे के बीच झारखंड के मुखयमंत्री हेमंत सोरेन को ED की टीम ने गिरफ्तार किया जिसके बाद हेमंत सोरेन की सरकार गिर गयी। हेमंत सोरेन के ऊपर ED ने जमीन घोटालें का मामला दर्ज किया हैं जिसमे 14 लोगों की अब तक गिरफ़्तारी हो चुकी हैं ।जेल जाने के बाद हेमंत सोरेन की पार्टी और खुद हेमंत सोरेन ने बीजेपी सरकार के ऊपर हमला करते हुए कहा कि जिस स्टेट में बीजेपी की सरकार नहीं है वहा बीजेपी ED के सहारे सरकार को गिराने व विपक्षी नेतावों को जेल कराने का काम कर रहीं हैं।
वहीं देश की राजधानी दिल्ली की अगर बात करे तो वहा आम आदमी पार्टी की सरकार है अरविन्द केजरीवाल मुख्यमनत्री हैं। लेकिन बीते कुछ महीनों से ED की जांच की आँच केजरीवाल व् उनके पार्टी के बड़े नेतावों तक पहुंच गयी आम आदमी पार्टी के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पहले ही शराब घोटाले में जेल जा चुके हैं राज्यसभा संसद संजय सिंह भी जेल जा चुके और अब मुख्यमंत्री केजरीवाल के जेल जाने की बात कही जा रहीं हैं।
केजरीवाल ने आज अपने बयान में कहा हैं कि हमें गिरफ्तार करके मोदी सरकार हमारी सरकार को दिल्ली में गिराना चाहती है लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे खैर आपको इस मुद्दे पर क्या लगता है क्या वाकई में मोदी सरकार विपक्ष को खत्म करना चाहती हैं। या फिर विपक्ष मोदी सरकार के फैन फालोविंग और NDA के बढ़ते ग्राफ के आगे फीकी पड़ती जा रही हैं ,क्योकि 2014 लोकसभा चुनाव के बाद से मोदी के सामने सारे विपक्षी नेता बौने साबित होते जा रहें हैं और सारी पार्टियों का ग्राफ तेजी घटता जा रहा हैं
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