Pakistan Politics: पाकिस्तान में आम चुनाव से पहले पूर्व प्रधान मंत्री इमरान खान को बड़ा झटका लगा है। बता दे कि पाकिस्तान की अदालत ने विवादास्पद सिफर मामले में पूर्व प्रधान मंत्री इमरान खान और पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरेशी को 10-10 साल की जेल की सजा दी है। वैसे तो इमरान खान इस समय रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद हैं और वहीं पर इस मामले में सजा सुनाया गया है।
इस फैसले से इमरान खान को बड़ा झटका लगा है। क्योंकि वो पाकिस्तान में आम चुनाव लड़ने वाले थे। अब ऐसा माना जा रहा है कि दोनों नेताओं को 10-10 साल की सजा के बाद से चुनाव लड़ने का रास्ता बंद हो गया है।
अभी दोनों के पास ऊपरी अदालत में अपील करने के रास्ते हैं, लेकिन जिस तरह सेना से उनकी अदावतें चल रही हैं, ऐसा माना जा रहा है कि अदालतों से उन्हें कोई खास राहत नहीं मिलेगी। पाकिस्तान की सरकारी मीडिया और पीटीआई के एक प्रवक्ता ने राज्य के दस्तावेज़ लीक करने के मामले में दोनों को सज़ा सुनाए जाने की पुष्टि की है।
क्या सिफर मामला?
गौरतलब है कि सिफर मामला एक राजनयिक दस्तावेज़ से संबंधित है, जिसके बारे में संघीय जांच एजेंसी की चार्जशीट में आरोप लगाया गया है कि इमरान खान ने इसे कभी वापस नहीं किया। पीटीआई लंबे समय से मानती रही है कि दस्तावेज में इमरान को प्रधानमंत्री पद से हटाने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका की ओर से धमकी दी गई थी।
इमरान खान की दूसरी सजा
यह इमरान खान की दूसरी सजा है क्योंकि उन्हें 5 अगस्त को तोशाखाना मामले में भी दोषी ठहराया गया था और तीन साल की कैद की सजा सुनाई गई था। इस्लामाबाद उच्च न्यायालय (आईएचसी) ने उनकी सजा को निलंबित कर दिया था। हालांकि, बाद में एक खंडपीठ ने दोषसिद्धि को निलंबित करने की मांग करने वाली इमरान की याचिका को खारिज कर दिया था। वहीं पूर्व विदेश मंत्री के लिए यह पहली सजा है।
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