Crude Oil : इस समय दुनिया में जो कच्चे तेल का दाम है वह ही लोगों को बहुत महंगा लग रहा है। यदि हम कहें कि यह भाव 3 से 4 गुना और बढ़ने वाला है तो क्या होगा। यह चेतावनी जेपी मॉर्गन चेज एंड कंपनी के विश्लेषकों ने दी है।
पहले ही कमरतोड़ महंगाई से जूझ रहे लोगों को यह खबर और परेशान कर सकती है। दुनिया भर में कच्चे तेल के भाव $380 प्रति बैरल के भाव पर पहुंच सकते हैं। अगर अमेरिका और यूरोपीय देशों द्वारा लगाए गए जुर्माने की वजह से रूस कच्चे तेल का उत्पादन कम कर देता है, तो जेपी मॉर्गन चेज एंड कंपनी के विश्लेषकों ने यह चेतावनी दी है कि कच्चे तेल के भाव $380 प्रति बैरल पर पहुंच सकते हैं।
रोजाना 5 मिलियन बैरल कच्चे तेल का उत्पादन कम करने पर भी रूस पर नहीं पड़ेगा कोई फर्क –
Crude Oil : रूस और यूक्रेन के बीच पिछले 4 महीने से युद्ध चल रहा है और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को सबक सिखाने के लिए 7 देशों के समूह ने एक योजना तैयार की है। इन देशों की योजना के अनुसार रूस से निकलने वाले कच्चे तेल के भाव पर काबू पाकर पुतिन को सबक सिखाया जा सकता है।
रूस की आर्थिक स्थिति शानदार है और रूस अपनी अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाए बिना भी रोजाना 5 मिलियन बैरल कच्चे तेल का प्रोडक्शन कम कर सकता है। जेपी मॉर्गन के एनालिस्ट नताशा कनेवा ने अपने क्लाइंट को लिखे एक नोट में यह जानकारी दी है। उन्होंने कहा है कि रूस के कच्चे तेल का उत्पादन घटाने के इस कदम से उसकी अर्थव्यवस्था पर कोई असर नहीं पड़ेगा, लेकिन दुनिया के दूसरे देशों में तबाही मच सकती है।
Crude Oil : अगर कच्चे तेल के उत्पादन में रोजाना 3 मिलियन बैरल की कमी होती है तो लंदन में बेंच मार्क रोड प्राइस $190 प्रति बैरल के लेवल पर जा सकता है। अगर रोजाना कच्चे तेल का उत्पादन 5 मिलियन बैरल घट जाता है तो इसका मतलब है कि लंदन बेंचमार्क क्रूड का भाव $380 प्रति बैरल के पार जा सकता है।
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एनालिस्ट ने अपने क्लाइंट को लिखे एक नोट में कहा, “अगर यूरोपीय देश रूस पर काबू पाने की कोशिश करते हैं और उसके कच्चे तेल के भाव पर कैप लगाना चाहते हैं तो यह संभव है कि रूस इस कदम का विरोध करे।” उनका कहना है कि कच्चे तेल का निर्यात कम करने के लिए अगर रूस उत्पादन घटा देता है तो इससे दुनिया के कई देशों का संकट बढ़ जाएगा।
Crude Oil : पश्चिमी देशों के इस कदम का विरोध करने के लिए रूस अगर कच्चे तेल की आपूर्ति घटा देता है तो इससे दुनिया के कई देशों में तबाही मच सकती है।
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