NEET UG Result 2024: नीट 2024 में हुए धांधली को लेकर देशभर में छात्र-छात्राओं विरोध प्रदर्शन कर रहे है। कोटा सहित देश के कई शहरों से इस परीक्षा को लेकर विरोध दर्ज कराया जा रहा है। छात्र-छात्राओं नीट स्कैम की बात कह रहे हैं। करीब 20 हजार छात्र-छात्राओं ने कोटा के शिक्षाविद नितिन विजय के जरिए सुप्रीम कोर्ट के लिए अपनी अर्जी दी है। इसमें उन्होंने मांग की है कि नीट दोबारा हो या ग्रेसिंग मार्क खत्म किया जाए।
वहीं नितिन विजय ने बताया कि नीट एक्जाम में अनियमितताओं को लेकर चलाए जा रहे डिजिटल सत्याग्रह के तहत करीब बीस हजार छात्र-छात्राओं ने अपनी शिकायत दी है। इसके मद्देनजर 10 जून को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई जिस पर आज सुनावई हो सकती है।
इतने सारे टॉपर कैसे रहे?
याचिका में छात्र-छात्राओं ने कई सवाल उठाए हैं जिसमें उन्होंने बताया कि इस बार ऑल इंडिया फर्स्ट रैंक पर 67 छात्र-छात्राओं रहे। पहली रैंक पर इतनी बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं कैसे आ गए। छात्र-छात्राओं को 720 में से 718, 719 नंबर कैसे दिए, क्योंकि छात्र-छात्राओं सारे सवाल सही करता तो 720 नंबर मिलते और एक भी गलत होता तो माइनस मार्किंग की वजह से अधिकतम 715 नंबर मिलते और एक सवाल छोड़ देता तो 716 अंक होते। एनटीए की तरफ से 14 जून को रिजल्ट जारी होने की संभावित डेट बताई गई थी, लेकिन 10 दिन पहले ही 4 जून की शाम को परिणाम जारी कर दिया गया। आखिर इसकी क्या वजह है?
ग्रेस मार्क्स पर छात्र-छात्राओं को आपत्ति
ग्रेस मार्क्स की वजह से इतने ज्यादा छात्र-छात्राओं टॉपर की लिस्ट तक पहुंच गए और कई छात्र-छात्राओं के मार्क्स अच्छे होकर भी उनकी रैंकिंग काफी नीचे हो गई। याचिका में ग्रेस मार्क्स पर कई सवाल उठाए गए हैं। जैसे-एनटीए ने सेंटर्स पर सीसीटीवी फुटेज और वहां के कर्मचारियों की रिपोर्ट और स्टूडेंट्स की एफिशिएंसी के आधार पर ग्रेस मार्क्स देने की बात कही है।
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