Delhi Wather Crisis: जल संकट एक ऐसा संकट है जिसको हम अभी तो नज़रंदाज़ कर रहे है लेकिन आने वाले समय में ये संकट काल बन जायेगा और इसका परिणाम सिर्फ हमे ही नहीं, हमारी पीढ़ियों को भुगतना पड़ेगा। क्यों कहते है न की जल है तो कल है? और जब जल ही नही रहेगा तो हमारा कल काल बन जायेगा।
वही, इन दिनों पुरे भारत में गर्मी का तापमान 50 डिग्री से ज्यादा पहुँच गया है। इस तपती गर्मी में हर किसी को पानी की ज़रूरत है क्योंकि पानी ही एक मात्र ऐसा सहारा है जो अमीर से लेकर गरीब तक को इस गर्मी की मार से राहत दे सकता है। इसी बीच जल संकट कई राज्यों में देखने को मिल रहा है। लेकिन दिल्ली में पानी के संकट पर राजनीति होने लगी है।
पानी की किल्लत से जूझ रहा दिल्ली
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली पानी की किल्लत से जूझ रही है। जल संकट को दूर करने के लिए केजरीवाल एक्शन मोड में है। सरकार ने पानी की बर्बादी करने वालों पर नजर रखने के लिए बाकायदा 200 लोगों की एक टीम बनाई है। इस बीच, दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज और आतिशी ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान आतिशी ने कहा कि अगर कोई भी कंस्ट्रक्शन साइट पीने के पानी का इस्तेमाल करती पाई गई तो MCD उसे सील करेगी। उन्होंने कहा कि कार वाशिंग में और कार सर्विंस सेंटर पर अगर कोई पाने के पानी का प्रयोग करता हुआ पाया गया तो कार्रवाई होगी।
जल मंत्री आतिशी ने आगे कहा था कि हम सेंट्रल वाटर टैंकर के लिए वार रूम बना रहे हैं। पानी के टैंकर के लिए 1916 पर काल करना होगा। जहां-जहां पानी की कमी है, वहां पर प्रशासन की टीम पहुंचकर पानी पहुंचाएगी। जहां पर भी बोरवेल हैं, वहां पर भी देखेंगे कि बोरवेल ठीक है कि नहीं।
पानी की किल्लत से सियासत शुरू
अब इस मामले पर सियासत शुरू हो गयी है। दरअसल, बीजेपी ने विधानसभा स्थल शहीदी पार्क से दिल्ली सचिवालय तक दिल्ली सरकार के खिलाफ प्रदर्शन मार्च निकाला। इस दौरान भाजपा ने केजरीवाल सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसे पहले भी बीजेपी की तरफ से दिल्ली को केजरीवाल का लन्दन बनाने वाली बात कही गयी थी। बीजेपी की तरफ से बयान दिया गया था कि केजरीवाल के लन्दन को लन्दन न बना से पर कम से कम वह जल संकट को तो दूर कर दे। अब इसी सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए बीजेपी ने केजरीवाल सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और अब बीजेपी अपने समर्थकों के साथ धरना प्रदर्शन कर रही है।
सुप्रीम कोर्ट पहुंचे सीएम केजरीवाल
वही, इस पानी के कलेश को बढ़ते देख सीएम अरविन्द केजरीवाल सुप्रीम कोर्ट पहुंचे है। पानी कि समस्या को लेकर अब केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। दिल्ली सरकार ने कोर्ट में एक याचिाक दायर की है। इस याचिका में दिल्ली को अधिक पानी की आपूर्ति करने के लिए हरियाणा, उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश को निर्देश देने की मांग की है। केजरीवाल सरकार ने कम से कम एक महीने पानी की सप्लाई करने की मांग की है।
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