Kanpur : केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने कानपुर देहात के भोगनीपुर तहसील के प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण करते हुए स्कूल की अध्यापिका को बच्चों के सामने फटकार लगाना शुरू कर दिया।
Kanpur : जहां एक ओर सरकार हर घर तक शिक्षा पहुंचने का प्रयास कर रही है। तो वहीं कानपुर (Kanpur) देहात में कभी बच्चों से स्कूल में झाड़ू लगवाई जाती है। तो कहीं पानी की टंकी साफ कराई जाती है। प्रदेश के तमाम सरकारी स्कूलों की अलग अलग तस्वीर भी सोशल मीडिया पर सामने आई है। इसके बावजूद न तो अधिकारी शिक्षा व्यवस्था में सुधार कर पा रहे है। और न ही शिक्षक अपनी अजीबो-गरीब कार्य प्रणाली से बाहर निकलना चाह रहे हैं। सरकार इन शिक्षकों को महीने में बच्चों को साक्षर बनाने के लिए मोटी मोटी रकम बतौर तनख्वाह दे रही है। फिर भी बच्चे अधूरे ज्ञान के साथ शिक्षा लेने को मजबूर हैं।
क्या है पूरा मामला?
Kanpur : दरअसल, केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने (Kanpur) देहात के भोगनीपुर तहसील के प्राथमिक विद्यालय का हालिया निरीक्षण किया। जहां पर मंत्री ने स्कूल में पढ़ रहे बच्चों से देश के प्रधानमंत्री, प्रदेश के मुख्यमंत्री और प्रदेश की राजधानी का नाम पूछा लेकिन कक्षा 3 तीन में पढ़ने वाले बच्चे मंत्री के सवालों का जवाब न दे सके. जिस पर मंत्री ने स्कूल की अध्यापिका को बुलाकर बच्चों के सामने फटकार लगाना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि जैसे आप अपने बच्चों को शिक्षा दे रही हैं। ऐसे ही इन बच्चों को भी पढ़ाइए।
शिक्षिका ने बचाव में ये कहा
Kanpur : इस मामले में शिक्षिका की बात मानें तो उनका साफ कहना है। कि वो रोजाना बच्चों को सही से पढ़ाती है। और बच्चे को स्कूल में सामान्य ज्ञान की जानकारी भी दी जाती है। लेकिन अचानक से मंत्री के आने से बच्चे घबरा गए. इसी वजह से वो कुछ बता नहीं पाए, वहीं निरीक्षण में आई मंत्री ने बताया की सरकार गरीब बच्चो पढ़ाने के लिए प्रयास कर रही है। मंत्री ने बोला ये अच्छी बात नहीं है। पढ़ाने वाले अपने बच्चों को अच्छी एजुकेशन देते है लेकिन इन बच्चों को अच्छी शिक्षा नहीं दे पा रहे हैं। अगर कक्षा तीन का बच्चा देश के प्रधान मंत्री और मुख्यमंत्री का नाम नही बता पा रहा है तो इसका मतलब हैं। कि स्कूल में सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है।
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