Karwa Chauth : पति- पत्नी का रिश्ता सबसे पवित्र माना जाता है। इसमें जितना प्रेम और विश्वास हो ये उतना ही फलता- फूलता है और इसी विश्वास की डोर को और मजबूत करने वाला त्योहार है करवा चौथका व्रत। ये वो व्रत है जिसे हर सुहागन महिला रखती है. पति की लंबी उम्र, अच्छे स्वास्थ्य और अपने रिश्ते को और अटूट बनाने के विश्वास से भारत की तमाम सुहागिन महिलाएं बड़े ही श्रद्धा और विश्वास से इस व्रत को रखती हैं। वहीं इसी बीच ऐसी खबर आती है जिसे सुन के सब हैरान हो जाते है। आगरा में एक ऐसा ही मामला चर्चा का विषय बना हुआ है।
दो पत्नियों के पति रामबाबू निषाद जो कि उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के एक छोटे से नगला बिहारी गाँव के रहने वाले हैं, इनकी दो पत्नियां हैं। दोनों ने एक दूसरे को बहन मान लिया हैं। पहली पत्नी शीला देवी ने आठ साल पहले सामाजिक रीती रिवाज से शादी की थी। वह हर साल करवा चौथ का व्रत करती चली आ रही है तो वहीँ दूसरी तरफ तीन माह पहले मोहब्बत में किये वादे को निभाते हुए मन्दिर में शादी करके आई मन्नू देवी ने अपना पहला करवा चौथ का व्रत किया। दोनों सुहागिन ने एक साथ मिलकर अपने पति रामबाबू निषाद के लिए करवा चौथ का व्रत किया और लम्बी उम्र के लिए कामना की।
मन्नू देवी का कहना है कि हम दोनों ने एक दूसरे को अपनी बहन मान लिया है और आपस में ख़ुशी ख़ुशी रहते हैं। किसी से भी कोई गिला शिकवा नहीं है। वहीं शीला देवी ने भी कहा कि मुझे कोई एतराज नहीं है। आपस में बहने बनकर पारवारिक जीवन ख़ुशी ख़ुशी जियेंगे और एक मिशाल कायम करेंगे। कई जगह एक औरत अपने पति के साथ ख़ुशी से नहीं रह पाती। वहीँ हम दोनों बहने अपने पति के साथ रहकर दुनिया को दिखा देंगे कि जहां प्यार होता है वहां कोई झगड़ा नहीं होता।
आपको बताते चलें कि दोनों पत्नियां एक साथ रह रही हैं। दोनों पत्नियों की कोई ख्वाहिश नहीं है और कोई भी डिमांड नहीं है। शीला देवी के बच्चों को मन्नू देवी ने भी अपने बच्चे मान लिए हैं। सभी लोग हंसी-खुशी एक ही छत के नीचे अपना जीवन बिता रहे हैं। करवा चौथ के दिन दोनों बहनों ने व्रत किया और एक साथ चन्द्रमा की पूजा की। इसे देखकर लोगों में काफी चर्चा का माहौल बना हुआ है।
113 total views, 1 views today