Mayawati: लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे सामने आ चुके हैं और इस बार के नतीजों ने एग्जिट पोल को पूरी तरफ गलत साबित कर दिया है। क्योंकि जो एग्जिट पोल में दिखाया गया, वो नतीजा उससे बहुत ही अलग आया है। फिलहाल देश में एक बार फिर NDA कि सरकार बन चुकी है, लेकिन इस बार बीजेपी को जितनी उमीदें थी सीटों का अकड़ा उससे कम रहा।
उत्तर प्रदेश जहाँ बीजेपी का दबदबा माना जाता है, वहां बीजेपी को निराशा झेलनी पड़ी और ऐसे राज्य भी है जहाँ बीजेपी का खाता तक नहीं खुला जैसे की पंजाब और सिक्किम। वहीं, बात करे मायावती की पार्टी बसपा कि तो बस इस बसपा को एक भी सीट नहीं मिली। ऐसे नतीजे बसपा को आज से पहले कभी नहीं मिले थे।
वही, चुनावी नतीजों से आहत होकर बसपा प्रमुख मायावती ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने साफ़ – साफ़ मुस्लिमों पर हार का ठीकरा फोड़ा है। मायावती ने कहा कि भविष्य में सोच समझकर फैसला लेंगे। मायावती ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी का खास अंग मुस्लिम समाज उचित प्रतिनिधित्व देने के बावजूद भी बसपा को ठीक से नहीं समझ पा रहा है। तो अब ऐसी स्थिति में आगे इनको सोच समझकर ही चुनाव में पार्टी के द्वारा मौका दिया जाएगा। ताकि पार्टी को आगे भविष्य में इस बार की तरह भयंकर नुकसान न हो।
बसपा चीफ ने कहा कि इस चुनाव में खासकर उत्तर प्रदेश पर पूरे देश की निगाहें टिकी हुई थीं और यहां जो परिणाम सामने आया है, यह भी जनता के सामने है। हमारी पार्टी इसको गंभीरता से लेकर हर स्तर पर गहराई से सही विश्लेषण करेगी और पार्टी के हित में जो भी जरूरी कदम होगा, उसे उठाएगी।
मायावती ने आगे कहा कि मुसलमानों ने हमे वोट नहीं दिया जबकि मैंने हमेशा इन्हें टिकट दिया। उन्होंने कहा कि मेरी अपनी जाति ने बीएसपी को वोट किया। बता दे कि मायावती को यूपी के नतीजों से बहुत बड़ा झटका लगा है। उनकी पार्टी यूपी में एक भी सीट नहीं जीत पाई है। यूपी में बसपा का वोट प्रतिशत 9.39 है। वहीं, अगर देश की बात करें तो पूरे देश में बीएसपी का वोट प्रतिशत केवल 2.04 है।
मायावती ने तोड़े सारे रिकॉर्ड
अब ये जानकार हैरानी होगी कि लोकसभा चुनाव 2024 में मायावती ने मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट देने में अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए थे। बसपा ने उत्तर प्रदेश में 23 मुस्लिम और 15 ब्राह्मणों को टिकट दिया था। 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने 6 टिकट मुस्लिमों को दिया था। बसपा चीफ मायावती 2024 का लोकसभा चुनाव अकेले लड़ने का फैसला किया था। मगर चुनाव में उनकी पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा था। जिससे पूरी पार्टी में निराशा का माहौल है, और कही न कही बसपा को बहुत बड़ा सबक मिला है।
यह भी पढ़ें:- Yogi Adityanath Birthday: इस तरह पीएम ने सीएम योगी को दी जन्मदिन की बधाई, कही ये बात
55 total views, 1 views today