NEET : परीक्षा से पहले प्रतियोगियों की तलाशी लेना आम बात है। इसके नियम अलग-2 परीक्षा कराने वाली संस्थाओं के अलग-2 होते हैं। लेकिन इसी तलाशी के नाम पर केरल के कोल्लम जिले में मेडिकल में दाखिले के लिए आयोजित NEET परीक्षा में छात्राओं के साथ बदसलूकी का मामला सामने आया है।
इस तरह का यह पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी मई 2017 में केरल में NEET के एक परीक्षा केंद्र में प्रवेश से पहले कुछ फीमेल कैंडिडेट्स के इनरवियर उतरवाने के मामले में 4 महिला टीचरों को सस्पेंड कर दिया गया था। उस समय NEET की परीक्षा CBSE करवाती थी।
![अगर कैंडीडेट एग्जामिनेशन सेंटर पर पारंपरिक पोशाक में आते हैं तो उन्हें रिपोर्टिंग टाइम से कम से कम एक घंटे पहले इसकी जानकारी देनी होगी।](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2022/07/20/fyaob42usaa1xe5_1658285454.jpg)
NEET : दरअसल, 17 जुलाई को आयोजित परीक्षा से पहले तलाशी के दौरान मार्तोमा इंस्टीट्यूट ऑफ इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (MIIT) में लड़कियों के इनरवियर उतरवाए गए, जिसको लेकर एक छात्रा के पिता ने FIR भी दर्ज कराई है। इस मामले को राष्ट्रीय महिला आयोग ने संज्ञान लिया है।
जिन छात्राओं को इस बुरे अनुभव से गुजरना पड़ा उनमें से एक छात्रा ने अपना भयावह अनुभव शेयर किया। छात्रा ने बताया कि हमारे इनरवियर उतरवा दिए गए और हमारे पास दुपट्टा भी नहीं था। इसलिए हमने अपने बाल को सामने रख कर खुद को ढंका। इसके साथ ही हम लड़को के साथ बैठकर परीक्षा दे रहे थे, जो वास्तव में कठिन, असहज और बहुत बुरा एक्सपीरिएंस था।
![NEET की एडवाइजरी में ये नहीं कहा गया है कि मेटेलिक हुक वाले कपड़ों पर भी प्रतिबंध है।](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2022/07/20/fybjivnaaaarzpf_1658285324.png)
NEET : छात्रा ने कहा कि तलाशी के दौरान हमारा इनयवियर उतरवा दिया गया और हमें परीक्षा हॉल में भेज दिया गया। हम 3 घंटे परीक्षा के दौरान असहज महसूस कर रहे थे और घबराए हुए थे। इसके बाद जब हम परीक्षा देकर लौटे तो सभी लड़कियां परेशान थी कि इनरवियर मिलेगा भी या नहीं?
इसके साथ ही छात्रा ने कहा कि इससे भी बुरा यह था कि हमें कहा गया कि हम अपना इनयवियर हाथ में लेकर एग्जाम सेंटर से बाहर चले जाएं। इसके बाद हम लोगों ने उनकी बात नहीं मानी और फिर रूप में जाकर इनरवियर पहने, जिसके बाद हम एग्जाम सेंटर से बाहर आए।
NEET : मीडिया रिपोर्ट के अनुसार नीट मेडिकल प्रवेश परीक्षा में शामिल होने वाली लड़कियों को अपनी ब्रा उतारने के लिए मजबूर करने वाली 5 महिलाओं को गिरफ्तार किया गया है। इसमें 2 महिलाएं कॉलेज की थी और 3 महिलाएं नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) से थीं। इसके साथ ही इस विशेष टीम का गठन किया गया है। वहीं राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी इस मुद्दे को अपने संज्ञान में लिया है।
कैसे ली जा सकती है कैंडिडेट्स की तलाशी?
एडवाइजरी में कहा गया है कि कैंडिडेट्स की अनिवार्य रूप से ‘बेहद सेंसिटिव मेटल डिटेक्टर्स’ के जरिए गहन तलाशी यानी फ्रिस्किंग (frisking) की जाएगी। प्रतिबंधित सामानों को किसी भी परिस्थिति में परीक्षा केंद्र के अंदर ले जाने की इजाजत नहीं दी जाएगी।’ एडवाइजरी के मुताबिक, महिला कैंडिडेट्स की तलाशी बंद घेरे में केवल महिला स्टाफ ही करेंगीं।
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