Delhi : शराब को लेकर पूरे देश में हाहाकार मचा है चाहे वह बिहार हो या फिर गुजरात। हाल ही में गुजरात के बोटाद जिले में जहरीली शराब पीने से 37 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। जिसके बाद सियासी नेताओं के आरोप – प्रत्यारोप का दौर शुरु हो गया।
और अब देश की राजधानी दिल्ली में शराब पर हो रही सियासत को लेकर बीजेपी केजरीवाल सरकार पर हमलावर हो गई है। खबर है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बैकफुट पर है। सूत्रों के मुताबिक राजधानी दिल्ली में पुरानी आबकारी नीति 1 अगस्त से लागू होने जा रही है।
BJP का आरोप शराब पॉलिसी में नियमों का हुआ उल्लंघन –
Delhi : दिल्ली सरकार ने नई आबकारी नीति पिछले साल लागू की थी जिसे अब वापस लिया जा रहा है। दरअसल आबकारी नीति 2021-22 को 31 मार्च के बाद दो बार दो-दो महीने के लिए बढ़ाया गया। अब 31 जुलाई को इस पर विराम लग जाएगा।
हालांकि सूत्रों के मुताबिक आबकारी विभाग अब भी आबकारी नीति 2022-23 पर काम कर रहा है जिसमें शराब घर तक पहुंचाने और कई अन्य सिफारिशें हैं लेकिन इस मसौदा को अभी उपराज्यपाल वी के सक्सेना के पास नहीं भेजा गया है।
Delhi : बता दें कि केजरीवाल सरकार की शराब नीति पर विपक्ष हमलावर है। बीजेपी ने आरोप लगाया था कि नई शराब पॉलिसी में नियमों का उल्लंघन हुआ है। लाइसेंस फीस पर 144 करोड़ रुपये माफ किए गए हैं। ये सब मनीष सिसोदिया की देखरेख में हुआ। तकरीबन रोज ही बीजेपी की तरफ से धरने और प्रदर्शन किए जा रहे हैं। वहीं उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना की ओर से नई आबकारी नीति की CBI से जांच कराने की सिफारिश की जा चुकी है।
जानकारी के मुताबिक, आबकारी विभाग का प्रभार संभाल रहे उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बृहस्पतिवार को विभाग को ‘नयी नीति के आने तक छह महीने के लिए आबकारी की पुरानी व्यवस्था पर ‘लौटने’ का निर्देश दिया।
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