Nitin Gadkari (Birthday Special) : कुछ नेता ऐसे होते हैं जिनके मुरीद पक्ष के साथ-2 विपक्षी भी होते हैं। दरअसल, उनके काम का तरीका और साफगोई इतनी है कि वो हर किसी के दिल में बस जाते हैं। कुछ इसी तरह की शख्सियत हैं देश के सड़क परिवहन मंत्री और पूर्व बीजेपी अध्यक्ष नितिन जयराम गडकरी। उनका कहना है कि, ‘मैं सपने नहीं बेचता हूं। मैं जो बोलता हूं वो 100 फीसदी पूरा करता हूं।’ 64 वसंत देख चुके नितिन जयराम गडकरी का आज जन्मदिन है।
देश के तमाम नेताओं ने उन्हें उनके जन्मदिन पर अलग-2 तरीके से बधाई संदेश भेजा है। देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गडकरी को उनकी उपलब्धियों और नेतृत्व क्षमता की तारीफ करते हुए एक बेमिसाल राजनेता बताया है।
महाराष्ट्र के एक ब्राह्मण परिवार में जन्मे गडकरी राज्य के बीजेपी चीफ और विधान परिषद के सदस्य भी रहे हैं। एलएलबी और एमकॉम की शिक्षा लेने वाले गडकरी ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़कर अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी। बाद में वहीं बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी बने। वह 2009-2013 तक इस पद रहे।
ससुर के घर पर चलवा दिया बुलडोजर :
Nitin Gadkari (Birthday Special) : गडकरी ने एक बार एक किस्सा का जिक्र करते हुए कहा था, ‘जब मेरी नई-नई शादी हुई थी तो मेरे ससुर का घर सड़क के बीचोंबीच आ रहा था। जाहिर है यह बड़ी समस्या थी। लोगों का आवागमन नहीं हो पा रहा था। इससे निपटना जरूरी था। यह रामटेक का मामला था। मैं तो धर्मसंकट में फंस गया था। लेकिन कुछ करना तो जरूरी था। फिर मैंने बिना पत्नी को बताए ससुर के घर पर बुलडोजर चलवा दिया और सड़क बना दी।’
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काम के प्रति जुनून इतना कि कभी भी सड़क चेक करने निकल जाते हैं। सड़क कंस्ट्रक्शन क्वॉलिटी का अपने अंदाज में टेस्ट करने के लिए मशहूर हैं गडकरी। 27 मई 1957 को जन्मे गडकरी ने पिछले साल दिल्ली-मुंबई ऐक्सप्रेस वे 130 किलोमीटर प्रतिघंटा की स्पीड में गाड़ी में चाय पी थी। यही नहीं, उन्होंने इस दौरान कहा था कि अगर इस दौरान चाय की एक भी बूंद गिरी तो उन्हें छोड़ेंगे नहीं। अगर पीएम नरेंद्र मोदी के 8 साल के शासनकाल में काम का जिक्र होगा तो गडकरी का नाम जरूर टॉप पर होगा।
एक वक्त में तो दिवंगत शिवसेना नेता बाल ठाकरे गडकरी को ‘रोड करी’ निकनेम से बुलाते थे। इस किस्से का जिक्र करते हुए गडकरी ने कहा था कि रोड मेरा पैशन है। मैं कोई इंजीनियर या सिविल इंजीनियर नहीं था। लेकिन मेरे दिल में सड़क बनाने की रुचि जाग गई। महाराष्ट्र में पीडब्ल्यूडी मंत्री के रूप में मैंने राज्य में सड़कों का जाल बिछा दिया था। इसके बाद मुझे बाल ठाकरे ‘रोडकरी’ के नाम से बुलाने लगे थे।’
Nitin Gadkari (Birthday Special) : गडकरी ने कहा था कि जब 2014 में केंद्र में पीएम नरेंद्र मोदी की सरकार बनी थी तो पीएम ने उनसे पूछा था कि उन्हें कौन सा मंत्रालय चाहिए। तब मैंने कहा था कि मुझे सड़क परिवहन मंत्रालय ही चाहिए। मैं पहले भी इस मंत्रालय को संभाल चुका हूं और इसमें मुझे मजा आएगा। तब पीएम मोदी ने कहा था कि ये कोई बड़ा मंत्रालय नहीं है और ये टॉप 4-5 मंत्रालयों में नहीं आता है। तब मैंने कहा था मुझे इससे कोई दिक्कत नहीं है।
गडकरी ने कहा का मुझसे रतन टाटा ने पूछा कि क्या यह हॉस्पिटल सिर्फ हिंदुओं के लिए है। जिस पर मैंने उनसे कहा कि आपको ऐसा क्यों लगता है? नितिन गडकरी के सवाल पर रतन टाटा ने कहा क्योंकि यह अस्पताल आरएसएस का है। तब गडकरी ने कहा कि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। यह अस्पताल समाज के सभी समुदायों के लिए है। उन्होंने कहा कि आरएसएस में इस तरह की कोई भी चीज नहीं होती है।
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