Parliament Session 2024: 18वीं लोकसभा के स्पीकर पद को लेकर लगातार संसद में हंगामा हो रहा है। स्पीकर के पद को लेकर पक्ष और विपक्ष के बीच सहमति नहीं बन पाई है। एनडीए की तरफ से ओम बिरला ने नामांकन दाखिर कर दिया हैं तो वहीं दूसरी तरफ विपक्ष ने के. सुरेश को उम्मीदवार बनाया है। उन्होंने नामांकन के लिए नाम भी दाखिल कर दिया है। अब बुधवार को सुबह 11 बजे स्पीकर पद के लिए मतदान होगा।
इसी क्रम में आंकड़ों को देखते हुए ये साफ हो गया है कि स्पीकर चुनाव की स्थिति में एनडीए का दावा मजबूत है, लेकिन INDIA अलायंस को लगता है कि उसने पास अपनी ताकत दिखाने का मौका मिलेगा। विपक्ष ने डिप्टी स्पीकर का पद पूरा नहीं करने पर अपना कैंडिडेट ही उतार दिया है।
ये इतिहास में तीसरी बार होगा
बता दे कि भारतीय लोकतंत्र के 72 सालों में इतिहास में ये तीसरी बार ऐसा है जब स्पीकर के पद पर चुनाव होगा। इस स्थिति के लिए राहुल गांधी ने सरकार पर ही ठीकरा फोड़ा है। राहुल गांधी ने कहा कि विपक्ष ने स्पीकर पद के लिए सरकार का समर्थन करने का फैसला लिया था। हमारा कहना था कि आप डिप्टी स्पीकर का पद विपक्ष को दे दें।
स्पीकर का चुनाव कैसे होता है?
लोकसभा में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष दोनों को सदन में उपस्थित और मतदान करने वाले सदस्यों के साधारण बहुमत से चुना जाता है> साधारण बहुमत इसका मतलब सदन में उपस्थित और मतदान करने वाले 50% से अधिक सदस्यों से है। जिस उम्मीदवार को 50 फीसदी से अधिक सांसदों का वोट मिलता है उसे स्पीकर पोस्ट के लिए चुना जाता है। इस बार लोकसभा की 542 सीटों में से 293 सीटें एनडीए के पास हैं। तो वहीं 542 का आधा 271 होता है। इस तरह भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन के पास सदन में बहुमत है और उसे अपनी पसंद का अध्यक्ष चुनने में कोई कठिनाई नहीं होने की संभावना है।
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