Om Prakash Rajbhar : कुछ दिनों पहले ही सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधा था। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री को एसी कमरों से बाहर निकलकर कुछ काम करने की नसीहत दी थी। और हाल ही में सुभासपा के पूर्व प्रवक्ता और राजभर के करीबी शशि प्रताप सिंंह ने सुभासपा से अलग होकर नई पार्टी बना ली।
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बीते विधानसभा चुनाव के दौरान कई बार ऐसा लगा कि ओम प्रकाश राजभर भाजपा में शामिल हो सकते हैं। लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ।अब ओमप्रकाश राजभर ने कहा है कि राष्ट्रपति चुनाव में सुभासपा द्रौपदी मुर्मू को वोट करेगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और द्रौपदी जी ने समर्थन मांगा। अमित शाह जी का फोन भी आया था और मेरी उनसे भी मुलाकात हुई। उन्होंने भी द्रौपदी मुर्मू जी के लिए समर्थन मांगा। सिर्फ राष्ट्रपति चुनाव में हम एनडीए के साथ हैं।
अखिलेश यादव और राजभर के बीच तल्खियां लगातार बढ़ती गई –
Om Prakash Rajbhar : गौरतलब है कि चुनाव नतीजों के बाद से ही राजभर सार्वजनिक रूप से सपा अध्यक्ष पर निशाना साधने लगे और यहां तक कह दिया था कि एसी कमरे में बैठकर चुनाव नहीं जीता जा सकता है। दोनों के बीच में अधिक तल्खी हाल में हुए विधान परिषद के चुनाव को लेकर बढ़ गई थी। राजभर अपने बेटे अरविंद राजभर को विधान परिषद भेजना चाहते थे, लेकिन अखिलेश ने राजभर के स्थान पर रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी को ज्यादा तरजीह दी।
इससे भी राजभर नाराज हैं। दोनों के बीच खींचतान चल ही रही थी, कि राष्ट्रपति चुनाव को लेकर विपक्ष के प्रत्याशी यशवंत सिन्हा की मौजूदगी में हुई बैठक में अखिलेश ने राजभर को पूछा तक नहीं और जयंत चौधरी को बुलाकर मंच भी साझा किया। सपा अध्यक्ष की इस सियासी चाल ने आग में घी का काम किया और तभी से राजभर अखिलेश पर खुलेआम हमले बोल रहे हैं।
Om Prakash Rajbhar : राजभर का यह भी कहना है कि बैठक में न बुलाए जाने की वजह जानने के लिए उन्होंने कई बार सपा अध्यक्ष से मिलने की कोशिश भी की, लेकिन अखिलेश ने उनसे बात करना जरूरी नहीं समझा। इसलिए हम राष्ट्रपति चुनाव में अपनी भूमिका अलग रहकर ही तय करेंगे।
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