Lok Sabha Election: सपा की बढ़ेगी मुश्किल, ओवैसी की पार्टी के साथ चुनाव लड़ेंगी पल्लवी पटेल

Spread the love

Lok Sabha Election: जैसे – जैसे लोकसभा चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है इसी के साथ राजनीतिक पार्टियों में उठापटक शुरू है। इसी बीच उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी को अब एक और बड़ा झटका लगा है। दरअसल, पल्लवी पटेल ने सपा के वोट बैंक में सेंध लगाने की मानों पूरी तैयारी कर ली है। उन्होंने असुद्दीन ओवैसी के साथ गठबंधन का ऐलान किया है। इससे साफ हो रहा है कि पल्लवी पटेल ने अखिलेश यादव के पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक अभियान का जवाब पिछड़ा, दलित और मुस्लिम को एक मंच पर लाकर देंगी।

पल्लवी पटेल की पार्टी अपना दल (कमेरावादी) और ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन किया है। पल्लवी पटेल और ओवैसी के बीच इसको लेकर मीटिंग भी हुई है। दोनों नेताओं की तस्वीर भी सामने आई है। पल्लवी पटेल के साथ उनके पति पंकज निरंजन भी मौजूद रहे। आज दोपहर लखनऊ में होने वाली प्रेस वार्ता में गठबंधन पर औपचारिक मुहर लगेगी। बीच में ऐसी खबरें भी आईं थी कि पल्लवी पटेल की मायावती के साथ बातचीत चल रही है और वह बसपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगी। पर ऐसा नहीं हुआ।

अखिलेश यादव के लिए मुश्किलें खड़ी

ऐसा माना जा रहा है कि अखिलेश यादव के लिए ईस्टर्न यूपी में मुश्किलें खड़ी हो सकती है। जहां फूलपुर, मिर्जापुर और कौशांबी जैसी सीटों पर उनकी (पल्लवी पटेल की पार्टी की) अच्छी पकड़ मानी जाती है। बता दे कि इन सीटों पर पिछले चुनाव में बीजेपी ने जीत हासिल की थी वहीं समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार दूसरे स्थान पर रहे थे।

पल्लवी पटेल ने सपा के टिकट पर लड़ी थी चुनाव

अपना दल (के) ने 2022 के विधानसभा चुनावों में किसी भी सीट पर चुनाव नहीं लड़ा था। हालांकि, पल्लवी पटेल ने सपा के टिकट पर चुनाव लड़ते हुए उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को 7,337 वोटों से हराया था।

पल्लवी पटेल ने असदुद्दीन ओवैसी से की मुलाकात

मिली जानकारी के अनुसार, बीते तीन दिन पहले पल्लवी पटेल मे हैदराबाद में असदुद्दीन ओवैसी से मुलाकात की थी। आज इस गठबंधन को आखिरी रूप देने ओवैसी लखनऊ आ रहे है। बता दे कि 2024 का लोकसभा चुनाव पल्लवी पटेल समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर लड़ना चाहती थी लेकिन वह फूलपुर, मिर्जापुर और कौशांबी जैसी सीटों की उम्मीद कर रही थीं। लेकिन अखिलेश यादव ने मिर्जापुर सीट पर उम्मीदवार उतारकर अपना रुख स्पष्ट कर दिया था।

यह भी पढ़ें:-NDIA Alliance Meet: दिल्ली में आज विपक्ष की महारैली, ये नेता होंगे शामिल

 128 total views,  1 views today

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

April Fool Day 2024: 1 April को ही क्यों मनाते हैं अप्रैल फूल डे?,जानिए इसका इतिहास

Sun Mar 31 , 2024
Spread the loveApril Fool Day 2024: भारत में अप्रैल फूल बनाने का बड़ा क्रेज है। चाहे वह बड़े हो, छोटे हो या बूढ़े, हर उम्र के लोगों को अपनों के साथ अप्रैल फूल बना कर प्रैंक किया जाता है। आज हम इसका जिक्र इसलिए कर रहे है कि क्योंकि एक […]

You May Like