Yogi Adityanath Birthday: लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे घोषित हो चुके हैं। इस बार एनडीए को जितनी उम्मीद थी उसके हिसाब से निराशा हाथ लगी। कहीं ना कहीं एग्जिट पोल को भी इस बार गलत साबित होना पड़ा, क्योंकि जो दिखाया गया था नतीजा उससे अलग ही सामने आया है। वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के लिए आज बहुत बड़ा दिन है क्योंकि कल चुनाव के नतीजे घोषित हुए और भाजपा को एक बार फिर से सत्ता में आने का मौका मिला।
लेकिन आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपना जन्मदिन मना रहे हैं। उनके बर्थडे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें ट्वीट कर शुभकामनाएं दी। साथ ही साथ उन्होंने सीएम योगी को यूपी के गरीबों और वंचितों के लिए काम करने वाला बताया है।
पीएम मोदी ने ट्वीट कर दीं बधाई
दरअसल, आज सीएम योगी अपना 52वां जन्मदिन मना रहे हैं। सीएम योगी का जन्म उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले में हुआ था। जहां उनका जन्म 5 जून 1972 में हुआ था। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट करते हुए सीएम योगी के लिए लिखा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को उनके जन्मदिन पर हार्दिक शुभकामनाएं। सीएम योगी उत्तर प्रदेश की प्रगति और गरीबों व वंचितों के सशक्तिकरण के लिए काम कर रहे हैं। मैं उनके आने वाले समय में दीर्घायु और स्वस्थ जीवन की कामना करता हूं।
कम उम्र में सांसद बने थे सीएम योगी
गौरतलब है कि 1998 में गोरखपुर से सबसे कम उम्र में सांसद बने थे सीएम योगी। साल 1972 में सीएम योगी ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के आंदोलन में शामिल होने के लिए उन्होंने घर छोड़ दिया था और गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर के महंत अवैद्यनाथ के शिष्य बन गए थे। महंत अवैद्यनाथ के निधन के बाद से वो गोरखनाथ मठ के मुख्य पुजारी भी बने। योगी ने 1998 में गोरखपुर से सबसे कम उम्र के सांसद बनाकर अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की और वह राजनीतिक यात्रा आज भी चलती चली आ रही है। योगी आदित्यनाथ 1998 से 2017 तक लगातार पांच बार गोरखपुर के सांसद रहे हैं, इस बार भी उन्हें जीत हासिल हुई है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने योगी आदित्यनाथ
वहीं 2017 मार्च में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने और बाद में 2022 में दूसरे कार्यकाल के लिए चुने गए। उनके कार्यों की बात करें तो उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री बनते ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने एंटी रोमियो स्क्वायड जैसी सख्त कानून लेन का फैसला किया। गुंडे और माफियाओं का ख़ात्मा करते हुए उन्होंने गुंडे माफियाओं के घरों पर बुलडोजर भी चलवाए, जिसे जनता सपोर्ट भी करती है और उन्हें इस काम के लिए बिल्डोजर बाबा के नाम से भी जाना जाता है। काफी सालों से चले आ रहे हैं कई कोर्ट के फैसलों का भी उन्होंने निपटारा करवाया।
वहीं राजनीतिक जीवन के अलावा वह उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में स्थित एक हिंदू मंदिर गोरखनाथ मठ में पुजारी के रूप में पदभार संभाल रहे हैं। योगी आदित्यनाथ अपनी युवावस्था से ही बीजेपी से जुड़े रहे और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद यानी एबीवीपी में एक छात्र नेता के रूप में अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की। 1991 में बीजेपी में शामिल हुए और 1998 में पहली बार लोकसभा के लिए चुने गए। उससे पहले संसद के रूप में उन्होंने गौरक्षा की पुरजोर वकालत की और देशभर में गोहत्या पर प्रतिबंध लगाने का समर्थन किया।
राम मंदिर आंदोलन में शामिल हुए आदित्यनाथ
अपने राजनीतिक जीवन से पहले आदित्यनाथ ने गणित में स्नातक की डिग्री हासिल की और 1990 के दशक में अयोध्या राम मंदिर आंदोलन में शामिल हुए। वहीं, 21 साल की उम्र में उन्होंने अपने परिवार को त्याग दिया था और मठ व राजनीति में सक्रिय हो गए। साथी ही उनके जन्मदिन के मौके पर प्रधानमंत्री का उनको बधाई देते हुए ट्वीट करना इस बात को खारिज करता है जो बात दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कही थी। दरअसल, केजरीवाल ने कहा था कि योगी आदित्यनाथ सीएम के पद से हटा दिए जाएंगे लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सीएम योगी को इस तरह से बधाइयां देना इस बात को पूरी तरह से खारिज करता है। साथ ही, दोनों के ही आपसी रिश्तों की गहराई पर मोहर लगाता है।
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