Gurpatwant Singh Pannun Case: आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश में भारतीय अधिकारी के शामिल होने के अमेरिकी दावे पर पीएम मोदी ने पहली प्रतिक्रिया दी है। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि अगर इसको लेकर अमेरिका के पास कोई सबूत है तो वो पेश करे। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने कहा कि इस तरह की कुछ घटनाओं के चलते भारत और अमेरिका के रिश्तों पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
वहीं आगे पीएम मोदी ने कहा कि अगर मुझे कोई इसके बारे में कोई सबूत देता है तो निश्चित हम इस पर विचार करेंगे। देश के नागरिक ने कुछ भी अच्छा या बुरा किया है तो हम उस पर विचार करेंगे। कानून के शासन के प्रति हमारी प्रतिबद्धता है। अमेरिका ने हाल ही में पन्नू की हत्या की साजिश में भारतीय अधिकारी के शामिल होने का दावा किया था।
भारत ने 2020 में पन्नू को घोषित किया था आतंकी
बता दे कि भारत ने गुरपतवंत सिंह पन्नू को साल 2020 में आतंकी घोषित कर दिया था। पन्नू की हत्या के बाद बाइडेन प्रशासन का कहना था कि पन्नू की हत्या की साजिश में एक भारतीय अधिकारी का हाथ है। अमेरिका के इस आरोप के बाद भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक कमेटी जांच के लिए गठित की है। जो अमेरिका के दावों व सबूतों की जांच करेगी।
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि पश्चिमी देश अलगाववादी तत्वों को बढ़ावा नहीं दें। और हम दूसरे देशों में बसे अतिवादी तत्वों की गतिविधियों को लेकर चिंतित है। ये तत्व अभिव्यक्ति की आजादी की आड़ में धमकियां देते है और हिंसा भड़काते है। पीएम मोदी ने अमेरिका और भारत के रिश्ते को खराब होने की बात को खारिज की है। उन्होंने कहा कि दोनों तरफ से रिश्ते मजबूत करने के समर्थक में लोग बड़ी सख्या में है।
आरोपों की जांच के लिए भारत ने बनाई कमेटी
दरअसल, जून में पीएम नरेंद्र मोदी अमेरिका गए थे और जो बाइडन भी G-20 में भाग लेने के लिए सितंबर में भारत आए थे। गौरतलब है कि अमेरिका की ओर से लगाए आरोपों की जांच के लिए भारत ने एक हाई-लेवल की कमेटी बनाई है।
यह भी पढ़े:- http://JN.1 Variant: कितना खतरनाक है नया कोरोना, जानें केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने क्या कहा?
136 total views, 3 views today