Delhi Chalo Protest: एमएसपी लागू करने की मांग को लेकर तीन दिनों से किसानों का धरना प्रदर्शन जारी है। इसी बीच भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि बिना समाधान और बातचीत के किसान वापस नहीं जाएगा। हमारे लिए दिल्ली दूर नहीं है। हमारी 16 तारीख की कॉल है सरकार को 16 फरवरी तक का समय है। ताकि समय से समाधान निकाल ले। किसान बात करने के लिए तैयार है। सरकार झूठ बोल रही है कि किसान बातचीत को तैयार नहीं है। आज भी किसानों ने कहा है कि हमसे बातचीत की जाए।
किसानों पर पत्थर क्यों?
राकेश टिकैत ने कहा है कि कोई किसान पत्थर नहीं मरता है पत्थर मारने वाले भी सरकार के ही आदमी है। किसान संयुक्त मोर्चा अभी इसका हिस्सा नहीं है लेकिन हम उनके साथ है अगर वह चाहेंगे तो हम उनको समर्थन देंगे। यह आंदोलन किसानों का है। संयुक्त मोर्चा जो निर्णय लेगा हम उसी हिसाब से फैसला लेंगे।
पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े
दरअसल, सैकड़ों किसान बुधवार की सुबह से एक बार फिर अपना ‘दिल्ली चलो’ मार्च शुरू कर दिया है। किसान पंजाब-हरियाणा की दो सीमाओं पर डटे है। वहीं, अंबाला के पास शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए हरियाणा पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे है।
वहीं पंजाब के प्रदर्शनकारी किसानों ने विभिन्न मांगों को लेकर ‘दिल्ली चलो’ मार्च के तहत हरियाणा की सीमा पर अवरोधक हटाने का नए सिरे से प्रयास किया है। किसान नेता शंभू बॉर्डर पर बहुस्तरीय अवरोधक हटाकर ‘दिल्ली कूच’ की है। किसान अपनी योजना पर आगे बढ़ने से पहले बैठक करेंगे।
बता दे कि पुलिस ने हरियाणा के जींद जिले में दाता सिंहवाला-खनौरी बॉर्डर पर प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले छोड़े और पानी की बौछार की है। पुलिस के अनुसार, इस झड़प में नौ पुलिसकर्मियों को चोटें आईं है। ‘दिल्ली चलो’ मार्च में भाग लेने के लिए पंजाब के कई स्थानों से किसानों का आना जारी है।
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