Salman Rushdie पर चाकू से हुआ जानलेवा हमला, हमलावर Hadi Matar ईरानी चरमपंथी संगठन से है प्रभावित

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The Satanic Verses जैसे उपन्यास लिखने वाले भारतीय मूल के मशहूर लेखक Salman Rushdie पर न्यूयॉर्क के बफ़ेलो के पास चौटाउक्वा में एक कार्यक्रम के दौरान चाकू से जानलेवा हमला हुआ। इस घटना के बाद उनको हेलीकॉप्टर की मदद से अस्पताल पहुंचाया गया जहां पर उनका इलाज चल रहा है। सलमान रुश्दी पर जानलेवा हमला होना कोई इत्तेफाक नहीं हैं।

सलमान रुश्दी अस्पताल ले जाए जाते हुए

अस्पताल में उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है। बताया जा रहा है कि उनकी एक आंख खराब हो सकती है। उन पर हमला तब किया गया, जब रुश्दी मंच पर व्याख्यान देने वाले थे। हमलावर की पहचान न्यू जर्सी के रहने वाले 24 वर्षीय Hadi Matar के रूप में हुई है।

Hadi Matar के सोशल मीडिया अकाउंट्स को शुरुआती तौर पर खंगालने पर वह ‘शिया चरमपंथ’ और ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड (IRGC) से सहानुभूति रखने वाला पाया गया।

‘शुरुआत से ही आदमी ने गलत को सही ठहराने के लिए ईश्वर का इस्तेमाल किया।

ये बात लेखक Salman Rushdie ने अपनी किताब  में 34 साल पहले यानी 1988 में लिखी थी। इसी किताब की वजह से Salman Rushdie पर पैगंबर की बेअदबी के आरोप लगे। 1989 में ईरान की इस्लामिक क्रांति के नेता अयातुल्ला खुमैनी ने रुश्दी के खिलाफ मौत का फतवा जारी कर दिया था। रुश्दी की हत्या करने वाले को 30 लाख डॉलर से अधिक का इनाम देने की भी पेशकश की थी।

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जब भी कोई आवाज धर्मांधता के खिलाफ उठाता है तो उसको सजा भुगतनी पड़ती है। रुश्दी के मामले में भी कुछ ऐसा ही है। उन्होंने एक किताब में कुछ ऐसा लिखा जिसकी वजह से मुस्लिम देशों में भूचाल आ गया था। इसके बाद से लगातार उनको धमकियां मिल रही थीं।

सेटेनिक वर्सेस की वजह से मुंबई दंगे हुए जिसमें 12 लोगों की जान भी गई –

मुंबई के एक कश्मीरी मुस्लिम परिवार में जन्में Salman Rushdie ने कई नॉवेल लिखे हैं। उन्होंने साल 1988 में The Satanic Verses नाम की एक किताब लिखी जिस पर खूब बवाल हुआ। इस किताब पर इतना विवाद बढ़ा कि लोग खून-खराबे के लिए उतारू हो गए थे। भारत में यह किताब बैन की जा चुकी थी। एक साल बाद 1989 में ईरान ने उनके खिलाफ फतवा जारी कर दिया। इसके कुछ ही दिन बाद मुंबई में हुए एक दंगे में 12 लोगों को जान गंवानी पड़ी। ब्रिटेन की सड़कों पर रुश्दी के पुतले फूंके गए। उनकी किताबें जला दी गईं। इसके बाद रुश्दी को करीब एक दशक सेफ हाउस में रहना पड़ रहा है। इसके बाद से उन्होंने लिखना बंद कर दिया।

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आरोप है कि उनकी किताब The Satanic Verses में पैगंबर मुहम्मद के बारे में कुछ अपमानजनक बातें लिखी गई थी। इसके बाद इस्लामिक कट्टरपंथी देश भड़क गए थे। विरोध बढ़ता गया इसके साथ ही ईरान भारत सहित कई देशों में प्रतिबंधित कर दी गई।

अमेरिका के न्यूयार्क शहर में Salman Rushdie पर जानलेवा हमला हुआ। एक व्यक्ति मंच पर चढ़ा और रुश्दी पर चाकू से हमला कर दिया। उनकी हेल्थ पर उनके बुक एजेंट एंड्रयू वायली ने बताया कि सलमान रुश्दी की एक आंख खोने की संभावना है। उसकी हाथ की नसें टूट गई हैं और उनके लीवर में चाकू घोंपा गया है।

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