Teachers Day Special : व्यक्ति की प्रथम पाठशाला उसका परिवार होता है, और मां को पहला शिक्षक कहा गया है। एक शिक्षक ही सही-गलत का फर्क समझाता है। और उन्हें जीवन की चुनौतियों का कुशलता से सामना करने के लिए तैयार करता है। वैसे तो हर एक शिक्षक का पढ़ाने-समझाने का अपना एक तरीका होता है। उनमें से कुछ ऐसे भी होते हैं जिनकी पहचान सबसे अलग होती है।
आज हम आपको कुछ ऐसे शिक्षकों के विषय में बताएंगे जो आज के छात्रों के लिए रोल मॉडल बन गये हैं। उनके पढ़ाने के बेहद ही सरल और सहज अंदाज के सभी कायल हैं।
आनंद कुमार
Teachers Day Special : बिहार की राजधानी पटना से ताल्लुक रखने वाले ‘सुपर-30’ के आनंद कुमार किसी पहचान के मोहताज नहीं है। वह जब 25 बरस के थे, तब से ही शिक्षा को उन्होंने अपने लिए एक मुहिम बना लिया था। दरअसल, तंगी के चलते अपनी ड्रीम यूनिवर्सिटी (कैम्ब्रिज विवि) में एडमिशन न ले पाए थे। इस घटना ने उन्हें अंदर से इतना तोड़ दिया कि वह उस विवि की कसक के लिए कहीं आगे निकल गए। यही वजह है कि आज शिक्षा के क्षेत्र में वह बड़ा नाम और चलते फिरते ब्रांड हैं। साल 2000 में उन्होंने सुपर 30 चालू किया था, जिसमें वह आर्थिक तौर पर कमजोर बच्चों को आईआईटी जेईई की तैयारी कराते हैं। कुमार के जीवन पर किताब के अलावा फिल्म (ऋतिक रोशन ने मुख्य किरदार निभाया था) भी आ चुकी है।
डॉ.विकास दिव्यकीर्ति
Teachers Day Special : हरियाणा और पंजाब से नाता रखने वाले डॉ.विकास दिव्यकीर्ति यूपीएससी और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों के बीच टीचर्स के पोस्टरबॉय से कम नहीं है। पढ़ाने का उनका सरल, सहज और सटीक अंदाज ही उनकी यूएसपी माना जाता है, जबकि जटिल और कठिन चीजों को भी वह जितने सिंपल तरीके से समझाते हैं और बीच-बीच में हल्का-फुल्का मजाक करते हैं, यह भी उन्हें बाकी शिक्षकों से काफी अलग बनाता है। यूट्यूब से लेकर अन्य सोशल प्लैटफॉर्म्स पर उनके वीडियो बहुत देखे जाते हैं। पेश से टीचर हैं और फिलहाल दृष्टि आईएएस अकैडमी के एमडी हैं। इससे पहले उन्होंने डीयू के कॉलेजों में पढ़ाया और जब 22 साल के थे, तब आईएएस का पहला अटेंप्ट दिया था, जिसमें उन्हें 384वीं रैंक हासिल हुई थी।
अवध ओझा
Teachers Day Special : मूल रूप से यूपी के गोंडा के एजुकेटर, करियर काउंसलर व मोटिवेटर का पूरा नाम- अवध प्रताप ओझा है। ‘IQRA IAS’ कोचिंग के संस्थापक ओझा इलाहाबाद विवि से पढ़े। पेशे से वकील हैं, पर उन्हें सिविल सर्विसेज की कोचिंग देने में लगभग 15 साल का एक्सपीरियंस है। वह ऑल इंडिया रैंक-1 हासिल करने वाली टीना डाबी और एआईआर-29 पाने वाले प्रदीप सिंह (2019 में) के भी मेंटर हैं। कम ही लोग जानते हैं, पर ओझा हर साल अपने खर्च पर लगभग 20 बच्चों की आईएएस की पढ़ाई की तैयारी का खर्च उठाते हैं। ओझा के अनुसार, “जब लोग आप पर हंसते हैं, तो वह पेनफुल होता है। उस उपेक्षा के भाव से गुजरने के बाद मैं सात माह ऋषिकेश रहा। वह मेरे जीवन को बदलने वाला काल था और वहां मुझे अपनी हार की वजह समझ आई।”
खान सर
Teachers Day Special : बिहार की राजधानी पटना वाले खान सर उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के हैं। वह अपनी नॉलेज, पढ़ाने के ठेठ तरीके और देसी अंदाज की वजह से स्टूडेंट्स में बेहद लोकप्रिय हैं। खासकर करेंट अफेयर्स को लेकर वह जिस तरह से पढ़ाते हैं, उनके वीडियो देखकर साफ पता लगता है कि उनके पसंद करने और चाहने वाले कितने अधिक हैं। साइंस में ग्रैजुएशन और जियोग्राफी (भूगोल) में एमए करने वाले सर ‘खान जीएस रिसर्च सेंटर’ के फाउंडर हैं। यूट्यूब पर उनकी कोचिंग के नाम से एक चैनल भी है, जिस पर वह लंबे समय से वीडियो अपलोड करते रहे हैं। साल 2020 में उन्होंने गूगल प्ले स्टोर पर पर अपनी कोचिंग के नाम से एक ऐप भी पेश किया था, जिसका नाम ‘KHAN SIR OFFICIAL’ था।
अलख पांडे
Teachers Day Special : यूपी के प्रयागराज के रहने वाले अलख पांडे एजुकेशन प्लैटफॉर्म ‘फिजिक्स वाला’ के फाउंडर और सीईओ हैं। कानपुर के हारकोर्ट बटलर टेक्निकल इंस्टीट्यूट से उन्होंने मकैनिकल इंजीनियरिंग में बैचलर डिग्री ली। वह यूट्यूब पर स्टडी मटीरियल से जुड़े वीडियो बनाकर पोस्ट करते रहते हैं। वह इससे पहले कई कोचिंग संस्थानों में पढ़ा चुके हैं। शुरुआत में वह 10वीं, 11वीं और 12वीं के बच्चों को फिजिक्स और केमिस्ट्री पढ़ाया करते थे। फिर बाद में उन्होंने क्लासें ऑनलाइन लेना शुरू किया, जिसमें वह आईआईटी, जेईई मेन्स, जेईई एडवांस, नीट और मेडिकल आदि की तैयारी भी कराने लगे। उनके अधिकतर लेक्चर एनसीईआरटी आधारित होते हैं।
वर्मा सर
Teachers Day Special : बिहार के सारण से जुड़ाव रखने वाले एके वर्मा सर (वर्मा सर) भी बीते कुछ समय से सूबे से लेकर सोशल मीडिया पर खासा लोकप्रिय हैं। पढ़ाने का अलहदा अंदाज उन्हें बाकी टीचर्स से अलग करता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि वह पढ़ाई को कभी कभी इतना मनोरंजक बना देते हैं कि जलिट और ऊबाई विषय-टॉपिक में भी मन लगने लगता है। क्लास के दौरान कभी गाना तो कभी डायलॉग का इस्तेमाल कर छात्रों का ध्यान पढ़ाई की ओर लाने के प्रयास करते हैं। वीडियो शेयरिंग प्लैटफॉर्म यूट्यूब पर mibias classes के नाम से चैनल पर उनके वीडियो आते रहते हैं।
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