प्रदेश में बिजली टैरिफ बढ़ाने के प्रस्ताव के बाद अब पावर कॉरपोरेशन ने नए कनेक्शन की दरें बढ़ाने का प्रस्ताव भी राज्य विद्युत नियामक आयोग को दिया है। अगर प्रस्ताव मंजूर होता है तो नया कनेक्शन लेने और इस्टिमेंट के आधार पर बिजली विभाग से ट्रांसफॉर्मर, पोल, मीटर लेना 15 से 20 प्रतिशत तक महंगा हो जाएगा। आयोग इस प्रस्ताव पर अंतिम निर्णय 25 जनवरी को लेगा। पावर कॉरपोरेशन की कॉस्ट डेटा बुक की दरों में तीन साल से बढ़ोतरी नहीं हुई है। इससे पहले 2019 में उपभोक्ता सामग्रियों की दरों में बढ़ोतरी की गई थी।
बिजली बिल के बाद नया झटका
यूपी में बिजली बिल (Power Bill) में 23 फीसदी तक की बढ़ोतरी का प्रस्ताव पहले ही दिया गया है. इससे विद्युत उपभोक्ताओं को झटका लगने वाला है. 50 पैसे से 1.25 रुपये प्रति यूनिट की बिजली दरें बढ़ सकती हैं. घरेलू बिजली उपभोक्ता और कामर्शियल पावर कंज्यूमर के लिए ये मुश्किल भरा होगा. बिजली कंपनियां राज्य विद्युत नियामक आय़ोग को बढ़ोतरी का प्रस्ताव दे चुकी हैं. 25 जनवरी को इस पर भी मुहर लग सकती है. बिजली दरों (Power Tariff) में बढ़ोतरी हुई तो ग्राहकों को डबल झटका लगेगा।
बिजली कंपनियां एआरआर (ARR) के साथ बिजली दर (Bijli ka Rate) बढ़ाने का प्रस्ताव विद्युत नियामक आयोग को दे चुकी हैं. जबकि उपभोक्ता एसोसिएशन का कहना है कि बिजली उपभोक्ताओं के बकाया 25133 करोड़ रुपये जोड़ लिया जाए तो सात फीसदी तक बिजली दरों को कम किया जा सकता है. लेकिन बिजली कंपनियां उदय (UDAY) के बजाय आरडीएसएस में प्रस्तावित ज्यादा लाइन हानि (Power Loss) के आधार पर दरें तय कराने की कोशिश में हैं।
बहरहाल अब देखना होगा कि बिजली की दरें कितनी ज्यादा बढ़ती है और पावर कनेक्शन का रेट कितना ज्यादा होगा। उत्तर प्रदेश इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन (UPERC) की दरें सर्दियों में बढ़ी तो झटका लगेगा।
बिजली का मौजूदा रेट
किलोवाट/माह – दरें प्रस्तावित – पुरानी (रुपये/यूनिट)
150 किलोवाट : 5.50 रुपये : 6.00
151-300 : 6 रुपये : 6.78 रुपये
301-500 : 6.50 : 7.34 रुपये
500 : 6.50 रुपये : 7.43 रुपये
388 total views, 1 views today