इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्रों ने सोमवार को फीस बढ़ोतरी को लेकर विश्वविद्यालय परिसर में हंगामा किया। वहीं इस मामले में प्रशासन ने विश्वविद्यालय के 43 गार्डों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। जबकि यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार ने मंगलवार को कैंपस बंद रखने का आदेश दिया है।
पूरब का ऑक्सफोर्ड कही जाने वाली इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी सोमवार देर शाम जंग का मैदान बन गयी. इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में पूर्व छात्र विवेकानंद पाठक और यूनिवर्सिटी के सिक्योरिटी गार्डों के बीच हुए विवाद ने तूल पकड़ लिया, जिसके बाद 4 गुना फीस वृद्धि के विरोध में 101 दिनों से आमरण अनशन कर रहे छात्र भी बवाल में कूद पड़े. करीब 2 घंटे तक यूनिवर्सिटी कैंपस में तोड़फोड़, आगजनी और हिंसा होती रही. इस सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची. खुद पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा, एडिशनल पुलिस कमिश्नर आकाश कुलहरि और डीएम संजय खत्री को मोर्चा संभालना पड़ा. इसके बावजूद आक्रोशित छात्रों और सुरक्षाकर्मियों के बीच जमकर पत्थरबाजी हुई, जिसमें दर्जनों छात्रों के साथ ही पुलिसकर्मियों, मजिस्ट्रेट और मीडिया कर्मियों को भी चोटें आई हैं।
बवाल के दौरान उपद्रवियों ने कई वाहनों में तोड़फोड़ की और कई वाहनों को आग के हवाले भी कर दिया. इस दौरान उपद्रवियों ने यूनिवर्सिटी की कैंटीन को भी आग के हवाले कर दिया. सैकड़ों छात्रों के हुजूम को देखते हुए पुलिस भी असहाय नजर आ रही थी. हालांकि, मौके पर आस पास के थानों की फोर्स के साथ ही बड़ी संख्या में पीएसी को भी बुला लिया गया था. करीब 2 घंटे तक चले बवाल और अराजकता के बाद हालात पर काबू पाया जा सका।
दरअसल, पूरा मामला उस वक्त बिगड़ा जब पूर्व छात्र विवेकानंद पाठक यूनिवर्सिटी कैंपस में यूनियन हाल के गेट पर पहुंचे थे. उन्होंने सुरक्षाकर्मियों से गेट खोलने के लिए कहा. उनके मुताबिक वे कैंपस के अंदर स्थित बैंक जाना चाहते थे. सुरक्षाकर्मियों के गेट न खोलने की वजह से विवाद हो गया, जिसके बाद आरोप है कि यूनिवर्सिटी के सुरक्षा गार्डों ने मिलकर विवेकानंद पाठक की पिटाई कर दी. उनके सिर में चोट आई और खून बहने लगा. आरोप है कि इस बीच कुछ सुरक्षाकर्मियों ने कई राउंड फायरिंग भी कर दी. इससे पिछले 101 दिनों से 4 गुना फीस वृद्धि के विरोध में आमरण अनशन कर रहे छात्रों का गुस्सा भड़क उठा. छात्रों ने फोन कर डेलीकेसी और हॉस्टल से अन्य छात्रों को भी बुला लिया, जिसके बाद सुरक्षाकर्मियों द्वारा मारपीट और फायरिंग से नाराज छात्रों और सुरक्षाकर्मियों के बीच पत्थरबाजी शुरू हो गई।
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