WHO : इंटरनेट की दुनिया में बीमारियों से बचने के कई सुझाव और टिप्स वायरल होते हैं, लेकिन अब डब्लूएचओ ने कहा है कि अगर खाने-पीने की कुछ मामली बातों पर ध्यान दिया जाए तो बीमारियों से बचा जा सकता है। WHO का कहना है कि खान-पान की चार अहम बातों का ध्यान रखा जाए तो डायबिटीज, हार्ट अटैक जैसी बीमारियों से बचा जा सकता है।
![WHO](https://media.npr.org/assets/img/2020/04/28/gettyimages-1205434458_custom-c47a8defd1fa1c6c825b88646de9f1873aff8d0a.jpg)
WHO ने बताए डायबिटीज से बचाव के तरीके –
भारत को डायबिटीज कैपिटल कहा जाता है। भारत में मधुमेह रोगियों की निरंतर संख्या बढ़ती जा रही है, जिसमें युवा भी शामिल हो रहे हैं। मधुमेह लाइलाज बीमारी है जो अनेक अन्य बीमारियों का घर है। संगीत एवं योग को अपनाकर इसे नियंत्रित किया जा सकता है। मधुमेह रोगी हमेशा चिंता व तनाव ग्रस्त रहते हैं। डब्लूएचओ ने हेल्थ टिप्स शेयर करते हुए बताया है कि खानपान का ध्यान रखने पर मधुमेह की बीमारी से बचा जा सकता है। युवावस्था से ही खानपान का ध्यान रखा जाए तो डायबिटीज जैसी खतरनाक बीमारी से बचा जा सकता है। ब्लड प्रेशर की तरह मधुमेह भी एक ऐसी बीमारी है जो कई बार इतनी ज्यादा गंभीर हो जाती है कि शरीर के दूसरे अंगों को भी प्रभावित करने लगती है। डब्लूएचओ ने एक ट्वीट कर बताया है कि चार हेल्थ टिप्स को फॉलो कर डायबिटीज, हार्ट की बीमारी और कैंसर जैसी बीमारियों से बचा जा सकता है।
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नमक और चीनी का सेवन सही मात्रा में करें
WHO ने बताया कि एक दिन में नमक का इस्तेमाल लगभग 5 ग्राम या 1 चम्मच से ज्यादा नहीं करना चाहिए. नमक की जगह ताजी सूखी हरी पत्तियों और ताजे मसालों का इस्तेमाल करना चाहिए। जितना ज्यादा हो सके, नमक वाले सॉस, सोया सॉस जैसे मसालेदार सॉस का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए। WHO ने इसके बाद चीनी के बारे में बताया कि, एक दिन में चीनी का इस्तेमाल 50 ग्राम से ज्यादा नही करना चाहिए और कोशिश रहें कि 50 से 25 ग्राम तक ही इस्तेमाल करना चाहिए WHO ने एक बात और बताई कि बच्चों के खाने में भी चीनी और नमक का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
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दूध, मछली का सेवन कैसे करें –
खाने में फैट सबसे विकराल समस्या के रूप में उभरा है। फैट को भी स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने 2 श्रेणियों में डिवाइड किया है। ट्रांस और सैचुरेटेड फैट। WHO के मुताबिक खाने में इन फैट्स का इस्तेमाल कितनी मात्रा में किया जा रहा है, इससे भी आपकी सेहत का निर्धारण होता है। डब्ल्यूएचओ का मानना है कि ऐसे दूध का इस्तेमाल किया जाए जिसमें कम फैट हो। दूध की बनी चीजों के इस्तेमाल में भी सावधानी जरूरी है। वैसे खाद्य पदार्थ का ही सेवन करें जिसे दूध का फैट निकालकर तैयार किया गया हो। मांसाहार करने वाले लोगों के संबंध में डब्ल्यूएचओ ने बताया कि सफेद चिकन और मछली का सेवन कम करना चाहिए। बीकन और सॉसेज जैसे मीट के इस्तेमाल से भी बचने का सुझाव दिया गया है। शरीर में फैट ना जमा हो इसका सबसे कॉमन तरीका तेल में पकाए, डिप फ्राई या तले हुए खाद्य पदार्थों का कम सेवन करना है।
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क्या पीना चाहिए और क्या नहीं पीना चाहिए –
WHO के मुताबिक पीने में ऐसे बेवरेज का इस्तेमाल करना चाहिए जिसमें चीनी से भरपूर कोल्ड ड्रिंक, मसालेदार ड्रिंक, कॉफी आदि शामिल न हो। शराब का सेवन भी नही करना चाहिए। ज्यादा से ज्यादा पानी का सेवन करना चाहिए।
4.डाइट को बैलेंस रखना बेहद जरूरी –
दुनिया की शीर्ष स्वास्थ्य एजेंसी- डब्ल्यूएचओ ने बैलेंस डाइट का भी सुझाव दिया है। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक रोजाना खानपान की ऐसी चीजों का इस्तेमाल किया जाए जिसमें ब्राउन राइस और आटे से बने हुए खाद्य पदार्थ आपकी डाइट का अनिवार्य हिस्सा बनें। हरी ताजी सब्जियों और फलों का इस्तेमाल भी डाइट को बैलेंस करने में मदद करता है। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक पोषक तत्वों की कमी से बचने के लिए डाइट में मीट, दूध, मछली और अंडों का भी नियंत्रित इस्तेमाल किया जा सकता है।
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