दिल्ली के कथित शराब घोटाले में लगातार दूसरे दिन दूसरी गिरफ्तारी हुई है। सीबीआई की ओर से विजय नायर को गिरफ्तार किए जाने के बाद अब ईडी ने शराब कारोबी समीर महेंद्रू को अरेस्ट कर लिया है। समीर से कल सीबीआई ने पूछताछ की थी और आज ईडी ने जांच के लिए बुलाया था। कुछ देर पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।
समीर महेंद्रू पर आरोप है कि वह दिल्ली लिकर पॉलिसी केस में शामिल है। दिल्ली सरकार की पुरानी शराब नीति की तुलना में साल 2020-21 में एक्साइज मिनिस्टर मनीष सिसोदिया नई पॉलिसी लेकर आए थे। समीर महेंद्रू को ईडी ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत गिरफ्तार किया है। समीर महेंद्रु से रात भर पूछताछ के बाद ईडी ने उन्हें गिरफ्तार किया है।
समीर महेंद्रू को देश में शराब के चर्चित कारोबारियों में शुमार किया जाता है। इससे पहले सीबीआई महेंद्रू के खिलाफ जांच कर चुकी है। समीर महेंद्रू इंडो स्पिरिट कंपनी के एमडी हैं। समीर महेंद्रू साल 2013 के मामले में सीबीआई के गवाह रहे हैं। उन्होंने दिल्ली स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कार्पोरेशन के अधिकारियों के खिलाफ सीबीआई को गवाही दी थी।
यह मामला भ्रष्टाचार से जुड़ा था। डीएसआईआईडीसी के अधिकारियों पर आरोप था कि वह काम के बदले में हर महीने महेंद्रू से 4-5 बोतल महंगी शराब लेते थे। महेंद्रू की गवाही के कारण अदालत ने दोनों अधिकारियों को दोषी माना था।
समीर को मनीष सिसोदिया का खास माना जाता है। सीबीआई ने आरोप लगाया है कि समीर ने मनीष सिसोदिया के करीबी दिनेश अरोड़ा की कंपनी राधा इंडस्ट्रीज को एक करोड़ की रकम ट्रांसफर की थी। मनीष सिसोदिया के करीबी अरोड़ा के पास इस कंपनी का मैनेजमेंट है।
सीबीआई ने आरोप लगाया है कि सिसोदिया के करीबी अर्जुन पांडे ने भी महेंद्रू से रकम ली है। अर्जुन पांडे ने विजय नायर की ओर से समीर महेंद्रू से लगभग 2 से 4 करोड़ रुपये लिए थे। सीबीआई के मुताबिक महेंद्रू से पैसे लेकर अधिकारियों को भी दिए गए हैं।
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