अमृतसर: भगोड़ा अमृतपाल सिंह को रविवार गिरफ्तार कर लिया गया है। पंजाब पुलिस ने मोगा गुरुद्वारे से उसे गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तारी से पहले अमृतपाल गुरुद्वारे में प्रवचन दे रहा था। अब उसे बठिंडा एयरपोर्ट से फ्लाइट के जरिए असम की डिब्रूगढ़ जेल ले जाया जा रहा है। पुलिस पंजाब के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील कर रही है। अमृतपाल के करीबी पप्पलप्रीत सिंह को भी डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल में रखा गया है। हाल ही में पप्पलप्रीत सिंह की गिरफ्तारी हुई थी। इसी के बाद से माना जा रहा था कि अमृतपाल जल्द ही सरेंडर कर सकता है या पुलिस उसे पकड़ सकती है। हालांकि अब अमृतपाल ने खुद सरेंडर किया है। अमृतपाल के ग्रुप के लोगों को पंजाब से बाहर भेजने की वजह खुफिया एजेंसी का अलर्ट बताया जाता है। केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने संभावित जेल ब्रेक और 11 मार्च को अजनाला की घटना को दोहराने पर चिंता जताई थी।
बता दे कि इसी साल 23 फरवरी को अमृतपाल ने अमृतसर के अजनाला पुलिस थाने पर अफने सहयोगी को छुड़ाने के लिए धावा बोल दिया। इसके करीब 3 सप्ताह बाद यानी 18 मार्च से घटना के मुख्य आरोपी को पकड़ने की कार्रवाई शुरू हुई। लेकिन भगोड़ा अमृतपाल पुलिस की टीमों को छका रहा था। इससे पहले पंजाब पुलिस ने अमृतपाल के करीबी पप्पलप्रीत को अमृतसर से गिरफ्तार किया था। पंजाब पुलिस को उसने बयान दिया था कि उसे अमृतपाल के बारे में जानकारी नहीं है।
अमृतपाल को पुलिस ने पकड़ने के लिए 18 मार्च को छापेमारी शुरू की थी। उसे पकड़ने के लिए सात जिलों की पुलिस लगातार छापेमारी कर रही थी। इस दौरान अमृतपाल लगातार भागता रहा। इसे देखते हुए पंजाब पुलिस ने उसे भोगड़ा घोषित कर दिया था और उसके खिलाफ ‘राष्ट्रीय सुरक्षा कानून’ के तहत मामला दर्ज किया था। पहले 24 से 48 घंटों के बीच 78 लोगों को गिरफ्तार किया गया। अभी तक 400 से अधिक हिरासत में और 350 से अधिक को छोड़ा जा चुका है। अमृतपाल के खिलाफ जांच के दौरान एजेंसियों को ISI कनेक्शन भी मिला था। आधिकारिक सूत्रों ने बताया था कि अमृतपाल के आईएसआई से करीबी संबंध हैं।
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