राम नगरी अयोध्या (Ayodhya) में छठे दीपोत्सव की तैयारियां धूमधाम से शुरू हो गई हैं। इस बार दीयों के साइज को बड़ा किया गया है। जिसके कारण इस बार 30 मिनट से भी अधिक समय तक इन दीयों को जलता देखा जा सकेगा। दरअसल पूर्व में 5 वर्षों से हो रही दीपोत्सव में जलाए जाने वाले दीयों में मात्र 30 ML तेल एक दीए में डाला जाता था। जिसके कम समय मे ही यह सभी दीए जलकर समाप्त हो जाते थे। जिसके कारण आयोजन के बाद पहुंचने वाले लोग उस अद्भुद नजारों को देखने से वंचित रहते थे।
इस बार छठवें दीपोत्सव के मौके पर 14.50 लाख दीपक राम की पैड़ी पर जलाने का लक्ष्य रखा गया है। यानी इस बार भी गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया जाएगा। जिसके लिए 16 लाख दीपक मंगाए गए हैं। पिछले साल की तुलना में यह दीपक लगभग दोगुने हैं। सबसे ज्यादा दीपक अयोध्या (Ayodhya) के कुम्हार परिवारों को बनाने के लिए ऑर्डर दिया गया था। शायद यही वजह है कि कुम्हार परिवारों के लिए इस बार की दीपावली खुशहाली भरी होगी।
कुम्हार परिवारों के लिए दीपोत्सव बोनस का काम करेगा। साढ़े दस लाख से ज्यादा दीपक अयोध्या (Ayodhya) के कुम्हार परिवारों को बनाने की जिम्मेदारी मिली थी। जिसमें लगभग साढ़े पांच लाख से ज्यादा दीपक अयोध्या के कुम्हार परिवारों ने बना दिया है। इसके अलावा आस-पड़ोस के जनपद के भी मिट्टी के दीपक मंगाए गए हैं।
दरअसल इस वर्ष दीपक लाने का क्रम पहले से शुरू कर दिया गया है। दीपों को राम की पैड़ी पर सुरक्षित स्थानों पर रखा जा रहा है। इस वर्ष दीपक के साइज को भी बढ़ाया गया है। जबकि ताकि जलाने के बाद दीपक जल्दी ना बुझ जाएं। क्योंकि पिछली साल काफी संख्या में दीपक या तो बुझ गए या फिर जलाने के लिए डाले गए तेल बह गया। वहीं इस बार पिछली बार का रिकॉर्ड को तोड़ते हुए नया विश्व रिकॉर्ड भी बनाना है।
योगी 2.0 का है पहला दीपोत्सव
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