चीन में अब तक की सबसे बड़ी कोविड-19 की लहर आई है। वहाँ कोरोना संक्रमण अब तक की सबसे तेज़ रफ़्तार से बढ़ रहा है। चीन के स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि देश में आने वाले कुछ महीनों में कोविड 19 से 80 करोड़ लोग संक्रमित हो सकते हैं। रिपोर्ट कहती है कि चीन में कोरोना से मरने वालों की संख्या 5 लाख हो सकती है, लेकिन चीन का मौजूदा आधिकारिक आँकड़ा इस संख्या से बेहद कम है।
चीन के अधिकारियों के मुताबिक़ मंगलवार को संक्रमण से केवल पाँच और सोमवार को दो मौतें हुईं. दरअसल, चीन जिस तरह से कोरोना की मौत को माप रहा है वह तरीक़ा विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानकों के विपरीत है. चीन उन्हीं मौतों को कोविड से हुई मौत मान रहा है, जिनकी मौत सांस की बीमारी से हो रही है।
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए भारत सरकार भी अलर्ट मोड पर है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया बुधवार को देश में COVID-19 की स्थिति पर वरिष्ठ अधिकारियों और विशेषज्ञों के साथ बैठक करेंगे। उधर, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने मंगलवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया है कि कोरोना के सभी पॉजिटिव केस के सैम्पल्स जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजें, ताकि कोरोना के वैरिएंट का पता लगाया जा सके।
मीटिंग में नीति आयोग के सदस्य भी होंगे शामिल
मनसुख मंडाविया आज सुबह साढ़े 11 बजे ‘अंतर्राष्ट्रीय परिदृश्य’ को ध्यान में रखते हुए कोरोना महामारी पर बैठक करेंगे जिसमें स्वास्थ्य विभाग से जुड़े कई बड़े अफसर शामिल होंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बैठक में आयुष विभाग, स्वास्थ्य विभाग, फार्मास्यूटिकल्स, बायो तकनीक, ICMR के महानिदेशक राजीव बहर, नीति आयोग के सदस्य समेत अन्य अधिकारी शामिल हो सकते हैं।
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