दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आज ड्रग्स की एक बड़ी खेप को पकड़ा है। जब्त ड्रग्स का वजन 20 टन से ज्यादा है। इंटरनेशनल मार्केट में इसकी कीमत 1725 करोड़ रुपए आंकी गई है। ड्रग्स के खिलाफ अभियान चला रही दिल्ली पुलिस की यह अभी तक सबसे बड़ी उपलब्धि बताई जा रही है। अधिकारियों ने ड्रग्स जब्ती की पुष्टि की है।
हालांकि मामले में विस्तृत जानकारी का अभी इंतजार है। बताया जा रहा है कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम मामले में पीसी कर पूरे मामले की जानकारी देगी। इसके बारे में उन दो अफगानी नागरिकों से पता लगा, जिन्हें 6 सितंबर को दिल्ली के कालिंदी कुंज इलाके से गिरफ्तार किया गया था।
स्पेशल सेल के कमिश्नर एचजीएस धालीवाल ने बताया कि हेरोइन की ये खेप 21 जून 2021 से मुंबई के जवाहरलाल नेहरू पोर्ट पर खड़े कंटेनर में थी। किसी भी एजेंसी को इसके बारे पता नहीं लगा। पिछले शुक्रवार यानी 16 सितंबर को इस कंटेनर को मुंबई से जब्त किया गया। इसके बाद इसे दिल्ली लाया गया।
पाकिस्तान-अफगानिस्तान कनेक्शन
स्पेशल कमिश्नर एचजीएस धालीवाल ने दावा किया कि नशे की ये खेप भारत मे भेजने वाला शख्स पाकिस्तान में रह रहा अफगानिस्तान मूल का नागरिक है। इस हेरोइन के पीछे अफगानी कंपनी है, जिसने कि दुबई के रास्ते इस कंसाइनमेंट को भिजवाया था।
पुलिस के अनुसार ड्रग्स भारत के अलग-अलग हिस्सों में सप्लाई की जानी थी। स्पेशल सेल द्वारा 6 सितंबर को भी दिल्ली से गिरफ्तार किए गए 2 अफगानी नागरिकों की निशानदेही पर 312 किलो मैथाएफटामिन नामक ड्रग्स बरामद की थी, जो चेन्नई पोर्ट से भारत मे पहुंचाई गई थी। आरोपी अफगान नागरिक मुस्तफा और रहिमुल्ला ने ही इस खेप का सुराग भी पुलिस को दिया था।
पुलिस का कहना है कि नार्को टेरर में शामिल तस्कर भारत में नशे की खेप पहुंचाने के लिए देश के विभिन्न पोर्ट का इस्तेमाल कर रहे हैं।
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