PM Modi : पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी को लेकर पूरी दुनिया में बवाल मचा है। वहीं भारत में भी अलग-अलग क्षेत्र के लोग भी इस मामले पर अपने विचार रख रहे हैं। देश के पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने इस मुद्दे पर अपनी बात रखी।
अंसारी ने कहा कि इस्लामिक देशों ने इस बयान का विरोध किया है और भारत ने केवल बयान जारी किया है जो कि काफी नहीं है। पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी ने इस पूरे विवाद पर पीएम मोदी की चुप्पी को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
एक इंटरव्यू में पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने कहा कि पैंगबर विवाद में पीएम मोदी की खामोशी को लेकर सवाल के जवाब में कहा कि पीएम मोदी की यह चुप्पी संयोगवश नहीं है बल्कि इसके मायने हैं। अंसारी ने कहा कि इस मामले में ना तो प्रधानमंत्री, ना विदेश मंत्री और ना ही गृहमंत्री ने कोई बयान दिया।
PM की खामोशी का मतलब वह इससे नहीं हैं असहमत –
PM Modi : पूर्व उपराष्ट्रपति ने कहा कि ये वो लोग हैं जिनसे इस मुद्दे पर बयान की उम्मीद की जाती है। इंटरव्यू में हामिद अंसारी ने पीएम की खामोशी पर कहा, ‘इसका मतलब है कि वह इससे असहमत नहीं हैं, कम से कम इतना तो कहा ही जा सकता है।’
पूर्व उप राष्ट्रपति ने कहा कि इस मामले में विदेश मंत्री का बयान इसलिए भी नहीं आया कि उन्हें भी कहीं से कुछ कहने के लिए मंजूरी लेनी पड़ती है। अंसारी ने कहा कि धर्म एक संवेदनशील मामला है, इसलिए इस मुद्दे ने इतना तूल पकड़ा। उन्होंने कहा कि इस्लाम के लिए हजरत मोहम्मद का व्यक्तित्व ऐसा ही संवेदनशील मुद्दा है जिस पर आंच नहीं आनी चाहिए।
अंसारी के अनुसार पैंगबर को लेकर दिए गए विवादित बयान से मुसलमानों को ठेस पहुंची है। इस पर सरकार की तरफ से सिर्फ यह कह देना कि सरकार उनके बयानों से सहमत नहीं है, काफी नहीं है।
PM Modi : विवादित बयान के संदर्भ पूर्व उपराष्ट्रपति ने कहा, ‘यह कहना कि यह सिर्फ एक व्यक्ति का बयान था जिसकी कोई हैसियत नहीं थी, यह ठीक नहीं है। सत्तारुढ़ पार्टी के आधिकारिक प्रवक्ता का बयान ऐसे ही नहीं दिया जाता।’ अंसारी ने कहा कि यह सिर्फ एकमात्र बयान नहीं है बल्कि पिछले चंद महीनों में इस तरह के कई बयान आए हैं।
यह भी पढ़ें : Lucknow : धर्म परिवर्तन कर जितेन्द्र त्यागी बने वसीम रिजवी को पाकिस्तान से मिली जान से मारने की धमकी
यह भी पढ़ें : History of June 11 : राम प्रसाद बिस्मिल और अशफाक उल्ला खां की दोस्ती हिन्दू-मुस्लिम एकता की थी अनोखी मिसाल, जानें आज का इतिहास
उन्होंने कहा कि हाल में जितने धर्म संसद हुए हैं उन सब में मुसलमानों के खिलाफ बातें कही गई हैं भले ही भाषा यह ना हो। हामिद अंसारी ने इसके लिए सीधे तौर पर सरकार को जिम्मेदार ठहराया। अंसारी ने कहा कि यह सब अचानक नहीं हुआ। चीजें काफी समय से पनप रही थीं और सरकार इसको बर्दाश्त कर रही थी।
485 total views, 1 views today