आज (8 नवंबर) साल का आखिरी और दूसरा चंद्र ग्रहण होगा। देश के पूर्वी भाग में पूर्ण और बाकी शहरों में आंशिक चंद्र ग्रहण दिखेगा। चूंकि ये चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई देगा, इसलिए इसका सूतक काल भी मान्य होगा।
आज दोपहर करीब 2:40 बजे से चंद्र ग्रहण की शुरूआत होगी। हालांकि भारत में यह शाम 5:20 बजे से 6:18 बजे तक दिखाई देगा। खगोल विज्ञान में दिलचस्पी रखने वाले लोग इसे खुली आंखों से देख सकते हैं। देश में ज्यादातर हिस्सों में आंशिक चंद्र ग्रहण दिखाई देगा। हालांकि अरुणाचल प्रदेश समेत पूर्वोत्तर राज्यों में पूर्ण चंद्र ग्रहण को देखा जा सकता है।
क्या करें और क्या नहीं?
देश में ग्रहण को लेकर कुछ नियमों का पालन किया जाता है. ग्रहण से पहले के समय को सूतक काल माना जाता है। यह सूतक काल सुबह 8.30 बजे से शुरू हो चुका है। धार्मिक मान्यताओं में ग्रहण को अशुभ माना जाता है, इसलिए ग्रहण और उससे पहले लगने वाले सूतक काल में कोई भी शुभ काम नहीं किया जाता है।
सूतक काल की वजह से आज देशभर में मंदिरों के कपाट बंद हैं. इस दौरान गर्भवती स्त्रियों को विशेष तौर पर सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है. धार्मिक मान्यताओं के हिसाब से गर्भवती महिलाओं को ग्रहण को नहीं देखना चाहिए और न ही इस दौरान सोना या भोजन का सेवन करना चाहिए।
अगर कोई मेडिकल परेशानी है, तो खाने में तुलसी के पत्ते डालकर ग्रहण के प्रभाव को कम किया जा सकता है. इसके साथ ही ग्रहण के प्रभाव से बचने के लिए इस दौरान मंत्रों का जाप किया जाता है। हालांकि इस दौरान मंदिर के कपाट बंद कर दिये जाते हैं और पूजा पर पूर्ण रूप से रोक होती है।
चंद्र ग्रहण की लाइव स्ट्रीमिंग
अगर आप देश के किसी ऐसे शहर में हैं, जहां से ग्रहण दिखाई नहीं देगा, तो आपको निराश होने या परेशान होने की जरूरत नहीं है। क्योंकि नासा समेत देश और दुनिया की कई एजेंसियां अपने प्लेटफॉर्म पर चंद्र ग्रहण की लाइव स्ट्रीमिंग करने जा रही है। आप इन एजेंसियों के प्लेटफॉर्म पर चंद्र ग्रहण की लाइव स्ट्रीमिंग देख सकते हैं।
चंद्र गहण का समय
चंद्र ग्रहण की शुरुआत आज दोपहर करीब 2:40 बजे से होगी।
भारत में यह शाम 5:20 बजे से 6:18 बजे के बीच में दिखाई देगा।
क्यों होता है चंद्र ग्रहण
जब सूर्य और चंद्रमा के बीच में पृथ्वी आ जाती है और पृथ्वी की छाया चंद्रमा पर पड़ती है, तो इसे चंद्र ग्रहण कहा जाता है। चंद्र ग्रहण भी दो तरीके से होता है, पहला पूर्ण चंद्र ग्रहण और दूसरा आंशिक चंद्र ग्रहण।
पूर्ण चंद्र ग्रहण
पूर्ण चंद्र ग्रहण तब होता है जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक सीधी लाइन में होते हैं, जिसकी वजह से पृथ्वी की छाया पूरी तरह से चंद्रमा को ढ़क लेती है और चंद्रमा पर पूरी तरह से अंधेरा छा जाता है।
आंशिक चंद्र ग्रहण
जब पृथ्वी की छाया चंद्रमा के पूरे हिस्से के बजाय कुछ भाग को ढ़क लेती है, तो इसे आंशिक चंद्र ग्रहण कहा जाता है।
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