Sarfaraz Khan: सरफराज खान ने छह साल की उम्र से ही अपनी क्रिकेट यात्रा की शुरुआत की थी। भारतीय टीम के लिए इंग्लैंड के खिलाफ राजकोट में टेस्ट डेब्यू करने वाले सरफराज खान अपनी तूफानी बल्लेबाजी से छा गए। मैच में रोहित शर्मा और रविंद्र जडेजा ने शतकीय पारी खेली, लेकिन हर तरफ चर्चा सरफराज खान की हो रही है। सरफराज ने अपने डेब्यू मैच में सिर्फ 48 गेंद में फिफ्टी ठोक दी।
टेस्ट कैप मिलने पर भावुक हो गए थे सरफराज
सरफराज खान के लिए उनका डेब्यू टेस्ट मैच काफी खास रहा। सरफराज को भारत के महान स्पिनर अनिल कुंबले ने टेस्ट कैप पहनाया। सरफराज को जैसे ही यह कैप मिला वह दौड़कर अपने पिता के पास पहुंच गए जो कि बाउंड्री के पास खड़े थे। सरफराज ने उन्हें टेस्ट कैप देते हुए गले से लगा लिया। इस दौरान उनकी आंखों से आंसू नहीं रुक रहे थे। सरफराज ने जब अपनी फिफ्टी पूरी की उस दौरान भी उनके पिता खड़े होकर बेटे की उस उपलब्धि पर गर्व से ताली पीट रहे थे।
‘पिता राजकोट आने के लिए तैयार नहीं थे’
सरफराज ने कहा, ‘पिता (राजकोट) आने के लिए तैयार नहीं थे, लेकिन कुछ लोगों ने जोर देकर कहा कि वह जाएं। जाहिर है कि उन्हें आना पड़ा क्योंकि उन्होंने केवल इस दिन के लिए इतनी मेहनत की थी। जब मैंने उनके सामने कैप ली तो वह काफी भावुक हो गए थे और मेरी पत्नी भी। मुझे लगा जैसे मेरे कंधों से कुछ दबाव उतर गया था, क्योंकि उन्होंने मुझ पर कड़ी मेहनत की थी और मैंने इसे बर्बाद नहीं किया।
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